भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह राणा ने शनिवार को कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) गठबंधन (Jammu-Kashmir: )पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पार्टी अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद भी पिछड़े वर्गों को दिए गए आरक्षण को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस-नेकां गठबंधन इन समुदायों के अधिकारों को छीनने की साजिश कर रहा है।
Jammu-Kashmir: कांग्रेस-नेकां की साजिशों को सफल नहीं होने देंगेः राणा
राणा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने घोषणापत्र में अनुसूचित जातियों (एससी), अनुसूचित जनजातियों (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के आरक्षण की समीक्षा करने की बात कही है, जो कि एक खतरनाक संकेत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा इन समुदायों के हितों की रक्षा करेगी और कांग्रेस-नेकां की साजिशों को सफल नहीं होने देगी। राणा ने यह भी आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस शंकराचार्य पर्वत का नाम बदलकर ‘‘तख्त-ए-सुलिमान’’ और हरि पर्वत का नाम ‘‘कोह-ए-मारन’’ रखने की योजना बना रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये दोनों स्थान हिंदू आस्था से जुड़े हुए हैं और भाजपा इसे किसी भी सूरत में नहीं होने देगी। राणा ने कहा, ‘‘हम इन पवित्र स्थलों का नाम बदलने के किसी भी प्रयास का सख्ती से विरोध करेंगे।’’
‘भाजपा जम्मू क्षेत्र के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होने देगी’
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए राणा ने कहा कि भाजपा संविधान के निर्माता बी.आर. आंबेडकर द्वारा स्थापित सिद्धांतों और आरक्षण व्यवस्था को बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि भाजपा जम्मू क्षेत्र के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होने देगी।
‘कांग्रेस और नेकां ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों के खिलाफ काम किया’
राणा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और नेकां ने हमेशा से ही जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों के खिलाफ काम किया है, लेकिन भाजपा उनकी साजिशों को नाकाम करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी और किसी भी तरह के अनुचित बदलाव का विरोध करेगी। इस दौरान राणा ने जम्मू-कश्मीर की जनता से अपील की कि वे इस गठबंधन के खिलाफ सतर्क रहें और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए भाजपा का समर्थन करें।