झारखंड विधानसभा (Jharkhand assembly elections:)चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों के लिए बुधवार को 1.37 करोड़ मतदाताओं में से 66.18 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। अधिकारियों ने बताया कि 15,334 मतदान केन्द्रों में से लगभग आधे संवेदनशील श्रेणी में होने के बावजूद नक्सली हिंसा की कोई खबर नहीं आई। कुछ घटनाओं में माओवादियों ने पश्चिमी सिंहभूम जिले में मतदाताओं को मतदान केन्द्रों तक पहुंचने से रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने इन प्रयासों को विफल कर दिया।
एक निर्वाचन(Jharkhand assembly elections:) अधिकारी ने बताया, “रात नौ बजकर 50 मिनट तक के आंकड़ों के अनुसार लगभग 66.18 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें लोहरदगा जिला 73.21 प्रतिशत मतदान के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि हजारीबाग जिले में सबसे कम 62.78 प्रतिशत मतदान हुआ।” उन्होंने बताया कि मतदान शाम पांच बजे तक जारी रहा। अन्य जिलों में मतदान प्रतिशत इस प्रकार रहा: सरायकेला-खरसावां में 76.02, गुमला में 69.01, सिमडेगा में 68.74, खूंटी में 68.36, गढ़वा में 68.42, लातेहार में 67.16, पश्चिमी सिंहभूम में 66.87, रामगढ़ में 66.32, पूर्वी सिंहभूम में 67.10, चतरा में 64, पलामू में 62.97, कोडरमा में 62.15, और रांची में 62.56।
चुनाव(Jharkhand assembly elections:) में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और पूर्व सांसद गीता कोड़ा सहित कुल 683 उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “आज झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान है। मैं सभी मतदाताओं से लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ मतदान करने का आग्रह करता हूं। इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे मेरे सभी युवा मित्रों को मेरी हार्दिक बधाई। याद रखें – पहले मतदान, फिर जलपान।”
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने रांची के एटीआई मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। गंगवार ने कहा, “आज झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान है। मैं सभी मतदाताओं से आग्रह करता हूं कि वे यथाशीघ्र अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करें और लोकतंत्र के इस महापर्व में पूरे उत्साह के साथ मतदान करें। याद रखें, पहले मतदान फिर जलपान।”
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी लोगों से मतदान करने का आग्रह किया और समर्थन मांगा। सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अगर आपको हमारा काम पसंद है, तो कृपया हमारा समर्थन करें। मैं वादा करता हूं कि मैं अगले पांच सालों में 10 साल का काम करूंगा ताकि कोई भी हमारी प्रगति की गति को रोक न सके।”
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन अपनी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के दम पर सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने आक्रामक हिंदुत्व एजेंडे, घुसपैठ और मौजूदा सरकार के कथित भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को चुनाव प्रचार के दौरान उठाया है।
इस चरण में चुनाव मैदान में खड़े प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल हैं, जो सरायकेला में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनका मुकाबला झामुमो के गणेश महली से है। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा जगन्नाथपुर में कांग्रेस के सोना राम सिंकू के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। लोहरदगा में कांग्रेस नेता रामेश्वर ओरांव का मुकाबला आजसू के शांति भगत से है जबकि जमशेदपुर (पश्चिम) में जद (यू) के सरयू राय का मुकाबला कांग्रेस के बन्ना गुप्ता से है।
दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी। वर्ष 2019 के चुनाव में झामुमो ने 30 सीटें हासिल की थीं जबकि भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया था। झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शामिल हैं।