झारखंड (Jharkhand Soren:)के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से कुछ घंटे पहले, हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य की सबसे बड़ी ताकत उसकी एकता है, जिसे न तो विभाजित किया जा सकता है और न ही चुप कराया जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर हमला करते हुए सोरेन ने कहा कि जब भी “वे हमें चुप कराने की कोशिश करते हैं”, तो हमारी क्रांति और तेज हो जाती है।
झारखंड (Jharkhand Soren:)मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के 49 वर्षीय नेता मोरहाबादी मैदान में एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई प्रमुख नेता शामिल होंगे। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार शाम चार बजे सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “इसमें कोई संदेह नहीं – हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न तो विभाजित किया जा सकता है, न ही चुप कराया जा सकता है। जब भी वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब भी वे हमें चुप करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान और क्रांति की आवाज़ और तेज हो जाती है, क्योंकि हम झारखंडी हैं और झारखंडी कभी नहीं झुकते।”उन्होंने आगे कहा, “हमारी लड़ाई अटल और निरंतर है। संघर्ष जारी रहेगा और हम आखिरी सांस तक इसे जारी रखेंगे।”
सोरेन (Jharkhand Soren:)ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह “हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम, भाईचारे और न्याय के प्रति झारखंडियों की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।” उन्होंने कहा, “यह दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय, सामाजिक एकता की दिशा में लड़ी जाने वाली रोज़ की लड़ाई को आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराने का दिन है।”
सोरेन ने कहा, “आज का दिन यह भी दर्शाता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बावजूद, झारखंड की महान जनता एकजुट है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रही है – अधिकार, समानता और एकता का मतलब है झारखंडियत की आवाज़।”कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा, “आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, हमें अपने पूर्वजों की एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को फिर से दोहराना होगा।”
उन्होंने झारखंड की जनता को ‘अबुआ’ (हमारी सरकार) के लिए बधाई दी और कहा, “झारखंड की धरती ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है, और झामुमो भगवान बिरसा, सिदो-कान्हू, शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो-झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों की विरासत को समेटे हुए हर दिन आगे बढ़ रहा है।”
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में, सोरेन ने बरहेट सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के गमलियेल हेम्ब्रम को 39,791 मतों के अंतर से हराया। सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो-गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 24 सीटें मिलीं।