लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी(J&K Rahul : ) ने सोमवार को संसद में जम्मू-कश्मीर के लोगों की आवाज बनने का वादा किया और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए भाजपा-शासित केंद्र पर दबाव बनाने की कांग्रेस की प्रतिबद्धता दोहराई। श्रीनगर के बाहरी इलाके जैनाकोट में एक चुनावी रैली में गांधी ने कहा, “जब भी आपको मेरी जरूरत होगी, आप मुझे सिर्फ आदेश दीजिए, मैं आपके समक्ष हाजिर हो जाऊंगा। मैं आपके मुद्दों को संसद में उठाऊंगा। आप जानते हैं कि मेरा आपसे कितना खास रिश्ता है। मुझे इसका जिक्र करने की भी जरूरत नहीं है।”
J&K Rahul : कहा, जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में बदलना अन्याय
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह संसद में लोगों की आवाज बनेंगे और जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा राज्य का दर्जा बहाल करना है। उन्होंने कहा, “हम गारंटी देते हैं कि इसे बहाल किया जाएगा। अगर भाजपा आपको (चुनाव के बाद) यह नहीं देती है, तो हम सुनिश्चित करेंगे कि इसे बहाल किया जाए।” गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में बदलना यहां के लोगों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा, “राज्य को केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील करके आपके लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए गए हैं।”
J&K Rahul : मोदी सरकार ने केवल 25 उद्योगपत्तियों को फायदा पहुंचाया
रैली स्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित अब बंद हो चुकी एचएमटी घड़ी की फैक्टरी का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि भाजपा ने देश भर में ऐसी कई फैक्टरी बंद कर दी हैं। उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर देश के सिर्फ 25 उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने और आम लोगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “25 लोगों के लिए उन्होंने 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। वे गरीबों, किसानों, मजदूरों, छात्रों और महिलाओं का कर्ज माफ नहीं करते।”
मन की बात पर किया कटाक्ष
कांग्रेस नेता ने कहा, “उन्होंने दोषपूर्ण जीएसटी और नोटबंदी लागू की तथा छोटे और मध्यम व्यवसायों को बंद करने के लिए मजबूर किया। इसका परिणाम यह हुआ है कि जम्मू-कश्मीर सहित देश के युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। उनके पास कॉलेज और विश्वविद्यालय की डिग्री हो सकती है, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। यह नरेंद्र मोदी की देन है। यह उनकी राजनीति है।”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो शो ‘मन की बात’ पर कटाक्ष करते हुए गांधी ने कहा कि मोदी लंबे और “निरर्थक” भाषण देते हैं, लेकिन देश के मुद्दों का समाधान करने के लिए तैयार नहीं हैं। रैली में गांधी ने कहा, “वह केवल अपने मन की बात करते हैं, काम की बात नहीं करते। काम की बात युवाओं को नौकरी और विजन देना, जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना है। कोई भी आपकी मन की बात (अब और) नहीं सुन रहा है।”