किसान आंदोलन पर विवादास्पद टिप्पणी के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से हिदायत मिलने के कुछ दिनों बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद कंगना रनौत ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा(Kangana Nadda: ) से उनके आवास पर मुलाकात की। अपनी टिप्पणी को लेकर विवाद होने के बाद यह दूसरा मौका है जब रनौत ने भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात की।
Kangana Nadda: क्या कहा था कंगना ने
कंगना रनौत ने इस सप्ताह की शुरुआत में निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के साथ विवाद खड़ा कर दिया था। एक साक्षात्कार में कंगना ने कथित तौर पर कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं। इस साक्षात्कार की एक क्लिप उन्होंने ‘एक्स’ पर भी साझा की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि अगर देश का नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो भारत में भी ‘बांग्लादेश जैसी स्थिति’ पैदा हो सकती थी।
Kangana Nadda:भाजपा ने बयान से किया किनारा
कंगना ने यह भी दावा किया कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान ‘‘लाशें लटकी थीं और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही थीं।’’ उन्होंने ‘‘षड्यंत्र’’ में चीन और अमेरिका के शामिल होने का आरोप भी लगाया। उनकी इस टिप्पणी पर विवाद होने के बाद भाजपा ने कंगना के बयान से असहमति जताते हुए किनारा कर लिया था। पार्टी ने मंडी की सांसद को हिदायत दी कि वह भविष्य में इस प्रकार के बयान न दें।
कांग्रेस ने भाजपा पर बोला हमला
इस विवाद के बाद, कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि वह वास्तव में रनौत के विचारों से असहमत है तो उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए। कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि कंगना की टिप्पणियों से न केवल किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, बल्कि इससे देश की एकता और अखंडता को भी खतरा है। कंगना की टिप्पणियों पर आलोचना के बाद भाजपा ने अपने सांसद को सावधानी बरतने और भविष्य में ऐसे बयान देने से बचने की सलाह दी।
भाजपा ने कहा, पार्टी का रुख किसानों के प्रति सम्मानजनक
इसके बाद, कंगना ने जेपी नड्डा से मुलाकात की, जो इस मुद्दे पर पार्टी के रुख को स्पष्ट करने का एक प्रयास माना जा रहा है। कंगना रनौत ने कहा कि उनकी टिप्पणियों का उद्देश्य किसानों का अपमान करना नहीं था, बल्कि उन्होंने आंदोलन के दौरान हुई घटनाओं के बारे में अपने विचार साझा किए थे। भाजपा ने अपने सांसद की टिप्पणियों से असहमति जताते हुए स्पष्ट किया कि पार्टी का रुख किसानों के प्रति सम्मानजनक है और वह उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध है।