Karan Dalal Congress: हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं । ऐसे में अफवाहों का दौर चलता रहता है। अफवाह होती है नेताओं के एक पार्टी को छोड़ दूसरी पार्टी के दामन थामने को लेकर। इसी तरह पांच बार के विधायक रह चुके कांग्रेस नेता करण सिंह दलाल को लेकर एक कुछ दिनों से बातें फैल रही थीं कि चुनाव से पहले दलाल बीजेपी (BJP) का दामन थाम सकते हैं। किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने के बाद इस तरह की अफवाह ने और जोड़ पकड़ी। हालांकि लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद से टिकट नहीं मिलने से दलाल नराज जरूर चल रहे थे। लेकिन उनके कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की बात पर कांग्रेस प्रवक्ता व दलाल के खास महावीर तंवर ने ब्रेक लगा दी है। महावीर तंवर ने कहा कि पार्टी के लोग ये सोच भी नहीं सकते हैं की करण दलाल जी कभी ऐसा कदम उठाएंगे। ये सिर्फ एक अफवाह है और कुछ नहीं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस नेता करण दलाल की 27 जून को सर्जरी हुई है और वो फिलहाल डाक्टर के कहने पर रेस्ट कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव की तैयारी पर ध्यान दे रही है।
Karan Dalal Congress: टिकट नहीं मिलने से थे नाराज
फरीदाबाद से लोकसभा चुनाव ने टिकट नहीं मिलने पर करण सिंह दलाल ने कहा था कि उन्होंने सात चुनाव लड़े हैं, लेकिन जिस तरह से इस लोकसभा चुनाव में जो उत्साह और माहौल मेरे लिए था वह माहौल किसी चुनाव मेरे लिए नहीं रहा। उन्होंने बताया था कि इस बार उन्हें 36 बिरादरी सभी पार्टियों के दलों के नेता कार्यकर्ताओं का आशीर्वाद था लेकिन दुर्भाग्यवश मेरी पार्टी ने मुझे इस लायक ही नहीं समझा। बता दें, कांग्रेस ने दलाल की जगह पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप को दिया थी टिकट। इतना ही नहीं नाराज दलाल ने सर्वजातीय महापंचायत का आयोजन भी किया था, जिसमें बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए थे।
Bhupendra hudda congress: भूपेंद्र हुड्डा के समधी हैं दलाल
महेंद्र प्रताप को टिकट दिए जाने के बाद से ही करण दलाल अपने समधी हुड्डा से नाराज चल रहे थे। आज करण सिंह दलाल के फरीदाबाद निवास पर हुड्डा पहुंचे थे। उन्होंने भी अपने समधी दलाल के बारे में चल रहीं अफवाहों को गलत बताया है। बता दें कि साल 2010 में करण दलाल के बेटे से भूपेंद्र हुड्डा के भाई की बेटी से हुई थी शादी।
किरण व श्रुति हो चुकी हैं बीजेपी में शामिल
कुछ दिन पहले ही एमएलए किरण चौधरी और उनकी पूर्व सांसद बेटी श्रुति चौधरी बीजेपी में शामिल हो गई थीं। दोनों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ते समय पार्टी की राज्य इकाई को निजी जागीर के तौर पर चलाए जाने का आरोप लगाया था। इन दोनों के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही दलाल को भी बीजेपी में शामिल होने की अफवाह उड़ाई जा रही थी।