नेशनल कांफ्रेंस (Kashmir Abdullah: ) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए शनिवार को राजभवन से समय मांगेगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “उपराज्यपाल घाटी आ रहे हैं। हम कल समय मांगेंगे और समर्थन पत्र पेश करेंगे तथा नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख मांगेंगे।” अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि नेकां-कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के गठबंधन को समय मिलेगा ताकि “हम अपने मित्रों को समारोह में शामिल होने के लिए सूचित कर सकें।”
Kashmir Abdullah: अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन को जम्मू के लोगों का दिल जीतने की जरूरत
आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र निर्वाचित विधायक द्वारा नेकां को समर्थन दिए जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन को जम्मू के लोगों का दिल जीतने और वहां फैलाए गए “दुष्प्रचार” से निपटने की जरूरत है। हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के परिणाम में जम्मू क्षेत्र में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि गठबंधन का प्रदर्शन फीका रहा है। अब्दुल्ला ने कहा, “यह उनकी (जम्मू के लोगों की) गलती नहीं है, उन्हें यह बताया गया है कि पत्थरबाजी शुरू हो जाएगी और आतंकवाद बढ़ जाएगा, लेकिन उन्हें यह एहसास नहीं हुआ कि उनकी जमीनें छीन ली गई हैं, नौकरियां छीन ली गई हैं, सब कुछ खत्म हो गया है, लेकिन वे फिर भी उनके दुष्प्रचार में फंस गए हैं। हम उनके दिलों से इस दुष्प्रचार को दूर करना चाहते हैं।”
केंद्र शासित प्रदेश में सरकार के पास सीमित शक्तियां हो सकती हैं
उन्होंने कहा, “हम समृद्धि में रहना चाहते हैं। हमारे सामने कई बड़ी समस्याएं हैं, जिनका हमें मिलकर मुकाबला करना है। और इसमें हमें केंद्र सरकार से सहयोग की आवश्यकता है। राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए ताकि सरकार काम कर सके। आखिरकार, यह (जम्मू-कश्मीर) भारत का मुकुट है। अगर मुकुट नहीं चमकेगा, तो देश कैसे चमकेगा।” अब्दुल्ला ने इस बात पर सहमति जताई कि ऐसी आशंकाएं हैं कि केंद्र शासित प्रदेश में सरकार के पास सीमित शक्तियां हो सकती हैं। उन्होंने कहा, “इसलिए हम राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कर रहे हैं ताकि सरकार काम कर सके।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार गठन को लेकर गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के साथ कोई मतभेद नहीं है।