शनिवार को कश्मीर (kashmir weather:)के कई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा और घाटी में व्यापक बर्फबारी की संभावना जताई गई है। अधिकारियों के अनुसार, मध्यम और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो सकती है। कोहरे के कारण घाटी में हवाई यातायात प्रभावित हुआ, और श्रीनगर हवाई अड्डे से उड़ानों का परिचालन भी समस्या का सामना करता रहा। हालांकि, दृश्यता में सुधार के बाद उड़ानों का संचालन फिर से शुरू हो गया, और पहला विमान सुबह 11:13 बजे उतरा।
मौसम विभाग(kashmir weather:) के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव रहेगा, जिससे हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है। शनिवार रात से सोमवार सुबह तक यह स्थिति अपने चरम पर हो सकती है। विशेषकर कश्मीर और चिनाब घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी की संभावना है। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए ‘येलो’ अलर्ट और रविवार के लिए ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की है। रविवार को भारी बर्फबारी और सड़क एवं हवाई यातायात में अस्थायी व्यवधान की संभावना जताई गई है।
अधिकारियों(kashmir weather:) ने बताया कि इस दौरान असामान्य मौसम के कारण यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं, ताकि लोगों को सहायता प्रदान की जा सके। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार बर्फबारी से निपटने के लिए तैयार है।
इस बीच, कश्मीर में अधिकांश स्थानों पर रात के तापमान में वृद्धि हुई है। श्रीनगर में शुक्रवार रात का न्यूनतम तापमान शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि गुलमर्ग में यह शून्य से 2.2 डिग्री नीचे था। पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कश्मीर इस समय ‘चिल्ला ए-कलां’ की भीषण ठंड की चपेट में है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुई थी। इस अवधि में बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक रहती है और तापमान में गिरावट आती है।