India’s social media platform Koo shutting down: ट्विटर को टक्कर देने के लिए 2020 में शुरू किया गया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “कू” को बंद (Koo App shutting down) करने की घोषणा हो गई है। इस स्टार्टअप को भारत के लिए ट्विटर जो आज एक्स है, के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था। इस प्लेटफॉर्म के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने एक लिंक्डइन पोस्ट में इसके बंद होने की घोषणा की। बता दें कि साल 2021 में कू पर कई केंद्रीय मंत्रियों ने खाता बनाया था। साथ ही कई राज्य सरकारें और अन्य विभाग भी इस वेबसाइट की ओर आकर्षित हुए थे। हालांकि, चार साल के संघर्ष के बाद कू को बंद करने का फैसला लिया गया।
Koo App shutting down: डेलीहंट से चल रही थी अधिग्रहण की बात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कू (Koo App shutting down) को बेचने के लिए न्यूज प्लेटफॉर्म डेलीहंट के साथ बातचीत चल रही थी। हालांकि, बात नहीं बनने के बाद इसे बंद करने का फैसला लिया गया। कू के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिडवाटका ने लिंक्डइन पोस्ट में कहा, “हमने कई बड़ी इंटरनेट कंपनियों, समूहों और मीडिया घरानों के साथ साझेदारी की संभावना तलाश की, लेकिन इन बातचीत से वह नतीजा नहीं निकला जो हम चाहते थे। उनमें से अधिकांश यूजर्स द्वारा तैयार की गई सामग्री और सोशल मीडिया कंपनी की जंगली प्रकृति से निपटना नहीं चाहते थे। उनमें से कुछ ने हस्ताक्षर करने के करीब ही प्राथमिकता बदल दी। हालांकि, हम ऐप को चालू रखना चाहते थे, लेकिन सोशल मीडिया ऐप को चालू रखने के लिए तकनीकी सेवाओं की लागत बहुत ज्यादा है। हमें यह कठिन फैसला लेना पड़ा।
2022 से गिरने लगी लोकप्रियता
कंपनी का मुश्किल दौर (Koo App shutting down) सितंबर 2022 में शुरू हुआ। कंपनी ने पहली बार करीब 40 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला। फरवरी 2023 में सह-संस्थापक बिडवाटका ने कर्मचारियों को चेतावनी दी कि और छंटनी होने वाली है। इसके तुरंत बाद उसी साल अप्रैल में कंपनी ने अपने कर्मचारियों में से 30 प्रतिशत की छंटनी कर दी। 2023 के अप्रैल में कू के मंथली एक्टिव यूजर्स (एमएयू) घटकर 31 लाख हो गए, जो उस साल गिरावट का लगातार तीसरा महीना था।
कभी 94 लाख से ज्यादा थे यूजर्स
बता दें कि जब ट्विटर और भारत सरकार के बीच अनबन की खबर आई थी तब कू (Koo App shutting down) के मंथली एक्टिव यूजर्स की संख्या 94 लाख के पार चली गई थी। हालांकि, धीरे-धीरे इसकी संख्या घटने लगी। जनवरी 2023 में कू के एमएयू लगभग 41 लाख थे, जो फरवरी में 35 लाख के करीब हो गए।
2020 में अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिडवाटका ने कू को शुरू किया था। यह 10 से अधिक भाषाओं में सर्विस देता था। लॉन्च होने के बाद से इसे लगभग छह करोड़ बार डाउनलोड किया गया। संस्थापकों ने दावा किया कि कू के पास लगभग 21 लाख दैनिक सक्रिय यूजर्स और लगभग एक करोड़ मासिक सक्रिय यूजर्स थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि प्लेटफॉर्म पर विभिन्न क्षेत्रों की कुछ सबसे प्रतिष्ठित हस्तियों समेत 9,000 से अधिक वीआईपी हैं।