प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी रैली(Lakhpati Didi Yojana: ) को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में महिलाओं के लिए जितना काम किया है, उतना आजादी के बाद से किसी भी पूर्ववर्ती सरकार ने नहीं किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर कड़ी सजा देने के लिए कानूनों को मजबूत किया है।
Lakhpati Didi Yojana: 2014 तक महिला स्वयं सहायता समूहों को 25,000 करोड़ रुपये से भी कम के ऋण दिए गए
मोदी ने बताया कि वर्ष 2014 तक महिला स्वयं सहायता समूहों को 25,000 करोड़ रुपये से भी कम के ऋण दिए गए थे, लेकिन पिछले 10 वर्षों में यह आंकड़ा बढ़कर नौ लाख करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए उनकी सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं, जिनका लक्ष्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आय को बढ़ाना है।
इस योजना से भावी पीढ़ियां भी बनेंगी सशक्त
प्रधानमंत्री ने ‘लखपति दीदी योजना’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उद्देश्य केवल महिलाओं की आय बढ़ाना नहीं है, बल्कि भावी पीढ़ियों को भी सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत, उन्होंने 2,500 करोड़ रुपये की निधि जारी की, जिससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों के 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा।
महाराष्ट्र विकसित भारत का चमकता सितारा
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार के वर्षों तक बने रहने की जरूरत है। उन्होंने महाराष्ट्र को एक विकसित भारत का चमकता सितारा बताया और कहा कि राज्य का भविष्य अधिक निवेश और रोजगार वृद्धि पर निर्भर करता है। मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कानूनों को लगातार मजबूत कर रही है। उनके संबोधन में महिलाओं के सशक्तिकरण और राज्य की प्रगति के लिए सरकार के प्रयासों को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया गया।