हरियाणा प्रदेश सरकार की तरफ से फरीदाबाद के करीब 60 गांवों को शहरी स्वामित्व योजना का लाभ मिलने वाला है। इससे लाल डोरा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वह अपनी जमीन की रेजिस्ट्री करवा कर मालिकाना हक हासिल कर पाएंगे। फरीदाबाद में कई वर्षों से जमीन के मालिकाना हक को लेकर विवाद सामने आ रहे थे। जिस पर अब पूर्ण विराम लगने वाला है। अब भू-स्वामियों और शहरी निकायों की व्यावसायिक संपत्तियों के किराएदारों को मालिकाना हक मिलेगा, साथ ही वह अपनी जमीन और घरों के क़ानूनी दस्तावेज हासिल कर सकेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में एक राज्य स्तरीय समारोह में शहरी स्वामित्व योजना की शुरुआत की। इस योजना का लाभ उठाकर लोग न सिर्फ जमीन की रेजिस्ट्री करवा सकेंगे बल्कि बैंक से लोन लेकर अपना घर भी बना सकते है। यह कदम जमीन की खरीद और बिक्री में होने वाली धांधली और भ्रष्टाचार को कम करने में भी मदद करेगा। इसके परिणामस्वरुप स्थानीय लोगो को उनकी संपत्ति पर अधिकार सुनिश्चित होंगे और वह अपनी जमीन पर कानूनी हक साबित कर सकेंगे।
क्या है लाल डोरा प्रणाली
लाल डोरा प्रणाली 1908 में अंग्रेजों के द्वारा शुरू की गई थी। इसके अंतर्गत खेतीबाड़ी की जमीन और आबादी की जमीन को अलग-अलग दिखाने के लिए नक्शे पर लाल लाइन खींची जाती थी। लाल डोरा क्षेत्र में आने वाली जमीनें नगरपालिका कानूनों और निर्माण-कार्य के नियमों से मुक्त होती हैं। लेकिन इन पर मालिकाना हक साबित करने का कोई पुख्ता प्रमाण न होने के कारण इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त में मुश्किल आती है और बैंक लोन भी नहीं मिलता। लेकिन अब हरियाणा सरकार द्वारा मुख्यमंत्री शहरी निकाय स्वामित्व योजना” के तहत शहरों को लाल डोरा से मुक्त करने का काम हो रहा है। जून 2021 में तैयार की गई इस योजना के तहत, 31 दिसंबर 2021 तक जिन शहरी निकायों की दुकानों या मकानों पर किराएदार 20 साल या उससे अधिक समय से कब्जा किए हुए है उनको अब मालिकाना हक मिलेगा।
नगर निगम के विस्तार से बढ़े गांव
नगर निगम का विस्तार होने से पहले मिश्रित प्रशासन काम किया करता था। निगम का गठन होने के बाद 36 गांव को सीमा में शामिल किया गया। जिनकी काफी बड़ी आबादी लाल डोरा के अंतर्गत आती थी। दो साल पहले हुए नगर निगम के विस्तार से ग्रेटर फरीदाबाद की सोसाइटी समेत 24 गांवों के शामिल होने से और वार्डो की संख्या 46 होने से लाल डोरा जमीन का क्षेत्र बढ़ा है।