महाकुम्भ 2025 (mahakumbh2025:)को डिजिटल रूप में प्रस्तुत करने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में प्रयागराज मेला प्राधिकरण और गूगल के बीच सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह हस्ताक्षर गूगल के पॉलिसी प्रमुख सिद्धार्थ सिंह और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने किए। इस समझौते के तहत, गूगल 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में आयोजित होने वाले महाकुम्भ मेले के लिए ‘नेविगेशन’ सुविधा उपलब्ध कराएगी। यह सुविधा गूगल के इतिहास में पहली बार किसी अस्थायी नगर के लिए प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री (mahakumbh2025:)योगी आदित्यनाथ ने इस समझौते के बारे में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने गूगल के साथ एमओयू किया है। हम संगम नगरी का डिजिटल मानचित्र देख पाएंगे, और हर व्यक्ति अपने स्मार्टफोन के जरिए हर गतिविधि और आयोजन का विवरण देख सकेगा।”
महाकुम्भ(mahakumbh2025:) के आयोजन में अहम भूमिका निभाने वाले सफाईकर्मियों, स्वेच्छाग्राहियों और नाविकों को किट और जैकेट वितरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले कुम्भ में सफाईकर्मियों के पाद प्रक्षालन के जरिए यह संदेश दिया था कि स्वच्छ कुम्भ की नींव वास्तव में ये सफाईकर्मी हैं, जिनका सम्मान होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि महाकुम्भ स्वच्छता, सुरक्षा और भव्यता का प्रतीक बन सकता है, और हर व्यक्ति को कुम्भ में असीम आध्यात्मिक शांति की अनुभूति हो सकती है, जैसा कि 2019 के कुम्भ में देखा गया था।
मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के प्रमुख स्नान पर्वों की तारीखें भी गिनाई, जिनमें 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी को मकर संक्रांति (शाही स्नान), 29 जनवरी को मौनी अमावस्या (शाही स्नान), 3 फरवरी को बसंत पंचमी (शाही स्नान), 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा, और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि शामिल हैं। उन्होंने कहा, “26 फरवरी के बाद हम सफाईकर्मियों का अभिनंदन करने के लिए फिर से यहां आएंगे।”
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रयागराज आगमन होगा, जहां वह लगभग 6500 करोड़ रुपये से अधिक की कुम्भ परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्थापक मदन मोहन मालवीय के प्रपौत्र न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।