संगम (Mahakumbh2025:)तीरे बसे महाकुंभ नगर में अखाड़ों के भव्य प्रवेश के उपरांत, बृहस्पतिवार को ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आगमन के अवसर पर बहुप्रतीक्षित धार्मिक यात्रा का आयोजन किया गया। कुंभ क्षेत्र में शंकराचार्य के आगमन का उत्सव एक भव्य शोभा यात्रा के रूप में मनाया गया, जिसमें हजारों संत, साधु और श्रद्धालु सम्मिलित हुए।
यह (Mahakumbh2025:)यात्रा महाकुंभ के महत्वपूर्ण चरण की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें देश के चारों पीठों के शंकराचार्य संगम की पवित्र भूमि में उपस्थित हो रहे हैं। इस आयोजन ने भारत की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध विरासत को भी भव्यता के साथ प्रस्तुत किया। स्थानीय नागरिकों ने पूरे शहर में 108 स्थानों पर पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया और धार्मिक उल्लास का परिचय दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस महोत्सव के लिए श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करने हेतु व्यापक सुरक्षा प्रबंधन किया गया है। प्रयागराज को आसपास के जिलों से जोड़ने वाले सात प्रमुख मार्गों पर ‘चक्रव्यूह’ सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है, जिसमें 1,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इस व्यवस्था का उद्देश्य कुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।