महाकुंभ 2025 में (mahakumbh2025:)यातायात व्यवस्था के लिए अधिकारियों ने विशेष प्रबंध किए हैं, क्योंकि जौनपुर, रीवा-बांदा, और वाराणसी मार्गों से सबसे अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके बाद कानपुर और मिर्जापुर मार्गों से भी बड़ी संख्या में लोग मेला क्षेत्र में पहुंच सकते हैं।
प्रयागराज (mahakumbh2025:)आने वाले सभी सात प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रबंधन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राज्य सरकार के एक बयान के अनुसार, यातायात पुलिस द्वारा तैयार की गई योजना में जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, रीवा/बांदा, कानपुर, लखनऊ और प्रतापगढ़ मार्गों को प्रमुख रूप से चिन्हित किया गया है।
यातायात के अनुमान के अनुसार, सबसे अधिक 21 प्रतिशत यातायात जौनपुर मार्ग से होगा, जबकि रीवा/बांदा मार्ग से 18 प्रतिशत, वाराणसी मार्ग से 16 प्रतिशत, कानपुर मार्ग से 14 प्रतिशत और मिर्जापुर मार्ग से 12 प्रतिशत लोग आ सकते हैं। लखनऊ मार्ग से 10 प्रतिशत और प्रतापगढ़ मार्ग से 9 प्रतिशत लोग आने का अनुमान है।
सामान्य दिनों के लिए इन सभी सात प्रमुख मार्गों पर अलग-अलग यातायात योजनाएं बनाई गई हैं। बड़े और छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं। पैदल यातायात पर शहर क्षेत्र में सामान्य दिनों में कोई प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन मेला क्षेत्र में एकल दिशा मार्गों का पालन करना होगा।यदि सामान्य दिनों में भीड़ अधिक हो जाती है, तो एसएसपी कुम्भ मेला मौके की स्थिति के अनुसार यातायात मार्गों में बदलाव कर सकते हैं।