महाराष्ट्र के (Maharashtra Shinde:)उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हरसंभव सहयोग देंगे और एक टीम के रूप में काम करेंगे। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल को बेहद सफल बताया। उन्होंने पिछले ढाई वर्षों में महायुति सरकार का मजबूती से समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी धन्यवाद दिया।
शिंदे ने(Maharashtra Shinde:) कहा कि महायुति ने न केवल बहुमत हासिल किया, बल्कि चुनाव नतीजों से विपक्ष को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए पर्याप्त सीट भी नहीं मिलने दी। उन्होंने बताया कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब उनके दोनों उपमुख्यमंत्रियों फडणवीस और अजित पवार ने उन्हें सहयोग दिया और उन्होंने एक टीम के रूप में काम किया।
शिंदे ने पत्रकारों से कहा, “जिस तरह से देवेंद्र जी और अजित दादा (पवार) ने (मेरे मुख्यमंत्री रहते) मेरी मदद की और सहयोग किया, उसी तरह अब मैं मुख्यमंत्री (फडणवीस) को हर संभव सहयोग और समर्थन दूंगा। हम एक टीम के रूप में काम करेंगे।” उन्होंने कहा कि सीएम (मुख्यमंत्री) का अर्थ होता है कॉमन मैन यानी आम आदमी जबकि डीसीएम (उपमुख्यमंत्री) को ‘डेडिकेटेड टू द कॉमन मैन’ यानी हर समय “जनता के लिए उपलब्ध रहने वाला आम आदमी” कहते हैं।
उपमुख्यमंत्री (Maharashtra Shinde:)ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद पहली कैबिनेट बैठक में अधिकारियों को ‘लाडकी बहिन’ योजना की अगली किस्त लाभार्थियों को देने का निर्देश दिया गया है। इस योजना के तहत 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाली महिलाओं को मासिक सहायता के रूप में 1,500 रुपये दिए जाते हैं।
शिंदे ने मुख्यमंत्री न बनाए जाने से नाराज होने की सभी खबरों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने 2022 में (तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ) विद्रोह का नेतृत्व किया था, तब शिवसेना के 39 विधायक उनके साथ थे और आज पार्टी के 57 विधायक हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य के लोगों ने बता दिया कि असली शिवसेना कौन सी है।शपथ ग्रहण समारोह के बाद शाम को जब शिंदे अपने गुरु आनंद दिघे के नाम पर बने ठाणे में स्थित शिवसेना के मुख्यालय आनंद आश्रम पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया।