महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Shinde:)चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अभूतपूर्व प्रदर्शन के बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि वह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय को स्वीकार करेंगे और उत्तराधिकारी के नाम पर कोई भी फैसला लिया जाएगा, वह उसे समर्थन देंगे। शिंदे ने स्पष्ट किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह आश्वासन दिया है कि राज्य के नए मुख्यमंत्री के चयन में भाजपा के निर्णय पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। इसके साथ ही, महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री बनने का मार्ग लगभग स्पष्ट हो गया है।
ठाणे(Maharashtra Shinde:) में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान, शिंदे ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से फोन पर बात की और उनसे मुख्यमंत्री पद पर निर्णय लेने की अपील की थी। मैंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि जो भी फैसला लिया जाएगा, मैं उसका पालन करूंगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी शिवसेना पार्टी भाजपा के निर्णय का पूरा समर्थन करेगी। शिंदे ने यह भी कहा कि महायुति की भारी जीत के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने को लेकर वे निराश नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हमने महायुति के रूप में अच्छा काम किया है और इस पर कोई नाराजगी नहीं है।”
वहीं, (Maharashtra Shinde:)जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वे दूसरे कार्यकाल को लेकर निराश हैं, तो शिंदे ने कहा, “ऐसा कोई सवाल नहीं है। भाजपा ने मेरे कार्यकाल को समर्थन दिया था, और मैं मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहा था।”शिंदे ने यह भी बताया कि आगामी मंत्रिमंडल और उपमुख्यमंत्री के नाम पर फैसला अमित शाह के साथ दिल्ली में एक बैठक में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “बृहस्पतिवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में नई सरकार की गठन प्रक्रिया पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।”
इसके साथ ही, उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों और मतदाताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार में भरपूर मेहनत की। शिंदे ने कहा, “मैं हमेशा एक कार्यकर्ता रहा हूं, और मुख्यमंत्री के तौर पर भी मेरी प्राथमिकता लोगों का भला करना रही है।”
भाजपा के नेतृत्व में महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया है। शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राकांपा ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं, कांग्रेस नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) को भारी झटका लगा, और उसने चुनाव में केवल 16 सीटों पर जीत हासिल की।महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को हुए थे और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए गए थे। मंगलवार को शिंदे ने राज्यपाल से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया था, और राज्यपाल ने उन्हें नए सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा है।