संसद (meeting congress:)के शीतकालीन सत्र से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने अदाणी समूह पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा की मांग की। विपक्षी दलों ने मणिपुर मुद्दे, उत्तर भारत में प्रदूषण और रेल दुर्घटनाओं पर भी बहस की इच्छा जताई। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी ने सरकार से आग्रह किया है कि संसद में इस गंभीर मुद्दे पर सबसे पहले चर्चा की जाए। तिवारी ने यह भी बताया कि यह देश के आर्थिक और सुरक्षा हितों से जुड़ा मामला है, क्योंकि अदाणी समूह ने अपनी सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अधिकारियों और नेताओं को कथित तौर पर 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत दी थी।
अमेरिकी (meeting congress:)अभियोजकों ने गौतम अदाणी पर भारतीय अधिकारियों को 26.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 2,200 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है ताकि कंपनी को अनुकूल सौर ऊर्जा अनुबंध मिल सके। तिवारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस उत्तर भारत में प्रदूषण, मणिपुर में बिगड़ती स्थिति और रेल दुर्घटनाओं जैसे अन्य गंभीर मुद्दों पर भी चर्चा चाहती है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू द्वारा बुलाई गई इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, गौरव गोगोई, टी. शिवा, हरसिमरत कौर बादल और अनुप्रिया पटेल भी शामिल हुए। शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र में कुल 16 विधेयक चर्चा के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं। विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे अदाणी के खिलाफ आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग करेंगे।
बैठक (meeting congress:)में संविधान को अंगीकार किए जाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवंबर को संविधान सदन (पुराने संसद भवन) में आयोजित होने वाले कार्यक्रम पर भी चर्चा की संभावना है। सत्र में लंबित विधेयकों में वक्फ (संशोधन) विधेयक भी शामिल है, जिसे समिति की रिपोर्ट के बाद लोकसभा में विचार और पारित किया जाएगा।
इसके अलावा, सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए ‘अनुदानों की अनुपूरक मांगों के प्रथम बैच’ पर चर्चा और मतदान को सूचीबद्ध किया है। शीतकालीन सत्र में कई अन्य विधेयकों पर भी चर्चा होगी, जिनमें पंजाब न्यायालय (संशोधन) विधेयक, तटीय नौवहन विधेयक और भारतीय बंदरगाह विधेयक भी शामिल हैं।