प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर(Modi Singapore: ) के व्यवसायिक दिग्गजों को भारतीय विमानन क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। बृहस्पतिवार को सिंगापुर यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि बढ़ते घरेलू हवाई यातायात को ध्यान में रखते हुए भारत में 100 से अधिक नए हवाई अड्डों और अधिक विमानन कंपनियों की आवश्यकता होगी।
Modi Singapore: भारत का विमानन क्षेत्र व्यापक संभावनाओं से भरा हुआ
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर में विभिन्न प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक के दौरान विमानन के अलावा ऊर्जा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में भी निवेश के अवसरों की खोज करने के लिए आमंत्रित किया। इस गोलमेज बैठक में उन्होंने कहा कि भारत का विमानन क्षेत्र व्यापक संभावनाओं से भरा हुआ है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ विमानन बाजार भारत में है। उन्होंने कहा, “पूरा आसमान ही खुला है,” और भारत को घरेलू हवाई यातायात की मांग को पूरा करने के लिए 100 से अधिक नए हवाई अड्डों और अधिक विमानन कंपनियों की आवश्यकता होगी।
Modi Singapore: गोलमेज बैठक में कौन रहे शामिल
मोदी ने भारत में पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने के स्क्रैपिंग कारोबार में भारी निवेश के अवसरों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सभी पुराने सरकारी वाहनों को कबाड़ घोषित करने की योजना है। उन्होंने निवेश कोष, बुनियादी ढांचे, विनिर्माण, ऊर्जा, टिकाऊ विकास और लॉजिस्टिक क्षेत्रों की कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों से कहा कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस गोलमेज बैठक में टेमासेक होल्डिंग्स के चेयरमैन लिम बून हेंग, जीआईसी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ लिम चो किआट, सिंगापुर एयरलाइंस के सीईओ गोह चून फोंग, चांगी एयरपोर्ट ग्रुप के सीईओ याम कुम वेंग, सिंगटेल के सीईओ युएन कुआन मून और डीबीएस ग्रुप के सीईओ एवं निदेशक पीयूष गुप्ता शामिल थे। सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री गन किम योंग और गृह एवं कानून मंत्री के षणमुगम ने भी इस बैठक में भाग लिया।
सिंगापुर में ‘इन्वेस्ट इंडिया’ कार्यालय की स्थापना की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने में सिंगापुर के व्यवसायिक दिग्गजों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने सिंगापुर में ‘इन्वेस्ट इंडिया’ कार्यालय की स्थापना की घोषणा की, जिससे द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में परिवर्तनकारी प्रगति की है और यह राजनीतिक स्थिरता, नीतिगत अनुमेयता, कारोबारी सुगमता और सुधारोन्मुख आर्थिक एजेंडा के दम पर आगे भी इसी राह पर अग्रसर रहेगा। उन्होंने भारत की प्रभावशाली वृद्धि गाथा, कुशल प्रतिभाओं और विस्तृत बाजार अवसरों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत वैश्विक आर्थिक वृद्धि में 17 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। उन्होंने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना, भारत सेमीकंडक्टर मिशन और 12 नए औद्योगिक शहरों की स्थापना जैसी पहलों का उल्लेख किया।
पीएम ने दी नए अवसरों की भी जानकारी दी
प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर की कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से कौशल विकास के क्षेत्र में भारत में उपलब्ध अवसरों पर गौर करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मजबूत आपूर्ति श्रृंखलाओं की तलाश कर रहे व्यवसायों के लिए भारत सबसे अच्छा विकल्प है और उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल में बुनियादी ढांचे के विकास की रफ्तार और पैमाना बढ़ाने का भरोसा दिलाया। मोदी ने रेलवे, सड़क, बंदरगाह, नागर विमानन, औद्योगिक पार्क और डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में मौजूद नए अवसरों की भी जानकारी दी।