मध्य नेपाल में शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा(Nepal Bus Accident: ) हुआ। भारत की नंबर प्लेट वाली एक बस मार्सयांगडी नदी में गिर गई, जिसमें कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा तनहुन जिले के आइना पहारा इलाके में हुआ। बस गोरखपुर की थी जो पोखरा और काठमांडू होते हुए वापस गोरखपुर जा रही थी।
Nepal Bus Accident: घायलों के भेजा गया अस्पताल
बस में सवार यात्रियों में से 29 लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि, बचाए गए यात्रियों की हालत के बारे में फिलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। हादसे के बाद मौके पर जिला पुलिस कार्यालय, तनहुन के सूचना अधिकारी मोहन बहादुर खान ने बताया कि घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया है। वेबसाइट ‘माई रिपब्लिका डॉट कॉम’ की खबर के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक माधव पौडेल के नेतृत्व में 45 सशस्त्र पुलिस बल के जवानों की एक टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव अभियान में जुटी हुई है।
सुबह साढ़े ग्यारह बजे की घटना
इस हादसे के बारे में डीएसपी ने बताया कि यह दुर्घटना शुक्रवार सुबह करीब 11:30 बजे हुई, जब बस अचानक राजमार्ग से फिसलकर नदी में जा गिरी। घटना के समय बस में 40 यात्री सवार थे । पुलिस और बचाव दल के अधिकारी दुर्घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले महीने भी दो बसें नदी में बह गई थीं
यह दुर्घटना नेपाल में हाल के महीनों में हुई कई सड़क दुर्घटनाओं की एक और कड़ी है। इससे पहले, पिछले महीने नेपाल में दो बसें भूस्खलन के कारण उफनती त्रिशूली नदी में बह गई थीं। उस दुर्घटना में भी 65 यात्रियों को ले जा रही दोनों बसों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है, हालांकि भारत के राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 12 सदस्यीय टीम को वहां तैनात किया गया था। उस हादसे में पांच भारतीय नागरिकों के शव बरामद हुए थे।नेपाल के पहाड़ी इलाकों में सड़क दुर्घटनाएं आम हो गई हैं, जहां खराब सड़कों, अत्यधिक बारिश और भूस्खलन के कारण अक्सर इस तरह के हादसे होते रहते हैं। शुक्रवार का यह हादसा भी एक ऐसी ही दर्दनाक घटना है, जिसने कई परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है। स्थानीय प्रशासन और बचाव दल दुर्घटना के बाद से लगातार राहत कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर नेपाल में यातायात सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है।