डॉ. शिवसिंह रावत, पूर्व अधीक्षण अभियंता, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, हरियाणा, को आईआईटी दिल्ली के सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट एंड टेक्नोलॉजी (सीआरडीटी) द्वारा आयोजित “विकसित भारत@2047 के विजन में ग्रामीण विकास की प्रासंगिकता” विषय पर “सीआरडीटी मंथन” कार्यक्रम में पैनलिस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में देश के जाने-माने प्रतिष्ठित वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे। यह कार्यक्रम 3 दिसंबर, 2024 को आईआईटी दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
डॉ. शिवसिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस प्रकार के कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए अत्यंत सम्मान और सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि सीआरडीटी एलुमनाई नेटवर्क की यह पहल एक रोमांचक अवसर है, जिसका उद्देश्य प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों और वर्तमान शैक्षणिक तथा छात्र समुदाय के बीच सार्थक संवाद और जुड़ाव को बढ़ावा देना है। इस मंच पर देश को 2047 तक एक विकसित भारत बनाने में गाँवों के विकास की दिशा में सभी पैनलिस्ट अपने मूल्यवान सुझाव देंगे।
ग़ौरतलब है कि डॉ शिवसिंह रावत ने आईआईटी दिल्ली से यमुना नदी एवं हरियाणा के जल संसाधनों पर पीएचडी की है। डॉ रावत पिछले कई वर्षों से गाँवों एवं किसानों को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत हैं। कई संस्थाओं विशेषकर केबीसी संस्था के साथ मिलकर पर्यावरण, जल संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, युवा सशक्तिकरण, कौशल विकास, गोशालाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं
डॉ. शिवसिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस प्रकार के कार्यक्रम में शामिल होना
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