बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(BIHAR NITISH: ) ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले गठबंधन सहयोगियों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक बुलाई। इस बैठक में जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राजग के अन्य घटक दल, जैसे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे।
बिहार के मंत्री एवं जद(यू) के राष्ट्रीय महासचिव अशोक चौधरी ने बताया (BIHAR NITISH: )कि हमारे नेता चाहते हैं कि राजग बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 200 से अधिक पर जीत हासिल करे। उन्होंने कहा कि इसके लिए घटक दलों के बीच सही तालमेल जरूरी है और आज की बैठक इसी उद्देश्य से बुलाई गई है।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “हाल के लोकसभा चुनाव में बेहतर समन्वय के कारण ही हम आगे बढ़ पाए। इसे आगे बढ़ाते हुए हम विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई सीट जीतने की उम्मीद कर रहे हैं।” लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजू तिवारी से जब 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान द्वारा की गई बगावत के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “2020 बीती बात हो गई है।” पासवान की बगावत के कारण जद(यू) को भारी नुकसान हुआ था, और राजग मुश्किल से चुनाव जीत पाया था।
तिवारी ने यह भी कहा, “चुनाव में कई माह बाकी हैं, इसीलिए ऐसे समय में बुलाई गई इस बैठक से कार्यकर्ताओं के बीच सकारात्मक संदेश जाएगा और वे चुनावी लड़ाई के लिए खुद को तैयार कर पाएंगे।” इसी तरह के विचार राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और राज्य मंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष सुमन ने भी व्यक्त किए।