यदि आप भी मार्केटिंग करने के शौकीन है। तो यह खबर आपके लिए है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अब सुपर मार्केट में शॉपिंग करते समय सामान रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली ट्रॉली स्ट्रोक का खतरा बन सकती है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सेंसर बनाया है जो ट्रॉली के हैंडल में लगाया जाएगा यह हार्ट बीट की जांच करेगा इसमें लगी एक छोटी सी स्क्रीन खतरा होने पर लाल क्रॉस दिखाएगी।
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के मुताबिक ब्रिटेन में हर 45 में से एक व्यक्ति को आर्टिकल फेब्रिकेशन है। स्थिति में दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है इसके कारण स्ट्रोक और हाथ से गिर का खतरा बना रहता है। कई लोगों को इस बीमारी का पता नहीं चल पाता क्योंकि वह इसके लक्षण को समय रहते नहीं पहचान पाते हैं। जिसे खतरा अपने पैर पसार लेता है।
दुनिया में 40 मिलियन लोगों को स्ट्रोक आता है इनमें से कई लोगों को शॉपिंग के दौरान स्ट्रोक आता है जिसके कारण सुपरमार्केट या मॉल में स्ट्रोक से बचाव के लिए ट्रॉली में एक सेंसर लगाया जाएगा। जो हार्टबीट को ट्रैक करेगा। इस अनशन में नार्मल हार्ट बीट वाले लोगों के लिए ग्रीनलाइट जलेगी, वहीं हर ट्वीट वालों के लिए रेड लाइट जलाई जाएगी जिससे खतरे को मापा जा सकता है।