मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा व कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर कोई फैसला नहीं हो पा रहा है ऐसे में सपा अपने दम पर ही चुनावी मैदान में कदम रख सकती है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस के रिश्तों में खटास बढ़ती नज़र आ रही है। दरअसल ,चुनाव में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के प्रमुख सहयोगी दल कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पा रही है। जिस वजह से ऐसा माना जा रहा है, कि अब मध्यप्रदेश में सपा व कांग्रेस का गठबंधन नहीं होगा। ऐसे में सपा अकेले चुनावी रण में उतर सकती है।
बता दें, कि सपा द्वारा यहाँ करीब 50 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी चल रही है। इस निर्णय पर मंगलवार यानी आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मध्य प्रदेश में आइएनडीआइए (I.N.D.I.A) गठबंधन में पड़ी इस तकरार का असर Rajasthan और Chhattisgarh के विधानसभा चुनावों में भी पड़ सकता है।
कैसे बिगड़ी कांग्रेस और सपा के बीच
सपा और कांग्रेस के बीच विवाद की शुरुआत तब हुई जब रविवार की सुबह कांग्रेस ने अपनी तरफ से 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 144 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इसमें कई सीटें ऐसी थी जिसमें समाजवादी पार्टी अपना दावा कर रही थी। लेकिन कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए इनमें छतरपुर जिले की बिजावर सीट भी थी जिसपर 2018 के चुनाव में सपा ने जीत हासिल की थी।
मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि भांडेर, राजनगर, बिजावर, चितरंगी और कटंगी कुछ ऐसी सीटें है जिसमें सपा व कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने नज़र आ सकते है।