जिला नागरिक अस्पताल पलवल(Palwal: ) के परिसर में एनएचएम कर्मचारी संघ व भारतीय मजदूर संघ के सांझा मोर्चा के बेनर तले जिला पलवल के एनएचएम कर्मचारियों द्वारा तीसरे दिन भी अपनी मांगों को लेकर प्रधान नेपाल डागर की अध्यक्षता में हड़ताल की गई। मंच संचालन डॉ रवि विहान ने किया।
Palwal: सात जुलाई को मुख्यमंत्री आवास को घेरा गया था
नेपाल डागर ने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों की मुख्य मांगे सेवा नियमों में संशोधन करना, सातवां वेतन आयोग लागू करना तथा नियमितीकरण की पॉलिसी बनाकर नियमित करना है। उन्होंने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों द्वारा 7 जुलाई को भी करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेरा किया गया था । मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए आश्वासन दिया गया था। लेकिन उनकी मांगों के समर्थन में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
Palwal: सोमवार तक हड़ताल पर रहेंगे NHM कर्मचारी
उन्होंने बताया कि एनएचएम कर्मचारी संघ व भारतीय मजदूर संघ सांझा मोर्चा ने हरियाणा सरकार द्वारा मांगों को पूरा न करने पर अभी 4 दिन की हड़ताल यानि आगामी सोमवार तक का ऐलान किया है। पंकज दीक्षित ने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों द्वारा 25 वर्षों से दी जा रही सेवाओं को ध्यान में रखते हुए व 2013-14 की पीआईपी में दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पॉलिसी बनाकर उन्हें नियमित किया जाए। जब तक नियमितीकरण की पॉलिसी बने तब तक उन्हें सेवा सुरक्षा (जॉब सिक्योरिटी), सामाजिक सुरक्षा, आर्थिक सुरक्षा तथा एक्सग्रेसिया हरियाणा सिविल सर्विस रूल के अनुसार प्रदान की जाए।
सातवें वेतन का नहीं मिला है लाभ
जिला प्रधान नेपाल डागर ने बताया कि 2 नवंबर 2021 को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा भी एनएचएम कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग का लाभ देने की सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी। परंतु अभी तक एनएचएम कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ भी नहीं दिया गया है। मीडिया प्रभारी डॉ रूप कुमार ने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों द्वारा एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा व स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा के नेतृत्व में 2017 से 2022 तक की हड़तालों को ड्यूटी पीरियड मानते हुए उनका वेतन जारी करने का निर्देश दिया जाए तथा आयुष्मान भारत योजना के तहत कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर (सीएचओ) कैडर की एस ओ पी को लागू की जाए तथा साथ ही बोंड प्रथा (पोलिसी) को समाप्त किया जाए। उन्होंने बताया कि नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर एनएचएम कर्मचारियों को भी कैशलेस मेडिक्लेम की सुविधा प्रदान की जाए। एनएचएम कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तर्ज पर समय अवधि में बढ़ी हुई सीएल,ईएल व सीसीएल प्रदान की जाएं।
चरमरा गईं स्वास्थ्य सेवाएं
आपको बता दें कि कोरोना काल में भी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा एनएचएम कर्मचारियों को प्रदान किये जाने वाले दोगुने वेतन को लेने से मना कर दिया था ताकि सरकार उनके भविष्य को देखते हुए उन्हें नियमित कर सके। परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई। एन एच एम कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल चरमरा गई हैं। एंबुलेंस सेवाएं ठप्प हो गई हैं। आरबीएसके और डीईआईसी सेंटर का काम बिल्कुल ठप्प हो गया है। इस अवसर पर डॉक्टर रूप, डॉ रवि विहान, नेपाल डागर,विकास तेवतिया,राजेश सेजवाल,रोहतास, पवन कौशिक, पवन शर्मा, पंकज दीक्षित, समय सिंह,राज सिंह व राज कुमार आदि मौजूद रहे।