हरियाणा विधानसभा चुनावों में अभी कुछ समय बाकी है। दो-ढाई महीने बाद प्रदेश में चुनावी महासंग्राम का आगाज हो जाएगा, लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी से उसकी तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। लोकसभा चुनावों के परिणाम अपने अनुकूल न आने की वजह से जहां भाजपा कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास कमजोर पड़ गया है, वहीं कांग्रेस बड़े उत्साह में दिखाई दे रही है। अपने कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास लौटाने और मतदाताओं को रिझाने का हरसंभव प्रयास सैनी सरकार कर रही है। भाजपा संगठन ने भी चुनावों को लेकर रैलियां, बैठक और कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करके माहौल को अपने पक्ष में करने का प्रयास करना शुरू कर दिया है। भाजपा इस मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पिछले कुछ दिनों से लगातार कोई न कोई जनकल्याणकारी योजनाओं की घोषणाएं कर रहे हैं।
कल ही उन्होंने उज्जवला योजना के अंतर्गत आने वाले परिवारों को पांच सौ रुपये में सिलेंडर गैस उपलब्ध कराने की घोषणा करके प्रदेश के 46 लाख परिवारों को राहत प्रदान किया है। यह परिवार यदि भाजपा के पक्ष में आ खड़े होते हैं, तो यकीनन आगामी विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में जाएंगे। महिलाओं को रिझाने के लिए सीएम सैनी ने विवाह शगुन योजना में मिलने वाली 41 हजार की राशि को बढ़ाकर 71 हजार कर दिया है। यही नहीं, उन्होंने प्रदेश की तीन लाख किशोरियों और महिलाओं को फ्री सैनेटरी पैड देने की घोषणा करके उन्हें लुभाने का प्रयास किया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान जब विपक्षी दलों ने दलितों, ओबीसी, आदिवासी का मुद्दा उठाया था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा, किसान, महिला और गरीब को जातियों से संबोधित करते हुए इनके विकास और उत्थान की बात कही थी। हालांकि यह चारों किसी भी रूप में जाति नहीं हैं। प्रदेश की सैनी सरकार ने गरीब, युवा, किसान और महिला को रिझाने के लिए खजाने का मुंह खोल दिया है। इन चारों समुदायों को लाभ पहुंचाने के लिए जो कुछ भी किया जा सकता है, वह कर रहे हैं।
स्वाभाविक है कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर बोझ बढ़ता जा रहा है। इसकी पूर्ति कहां से और कैसे होगी, यह अभी शायद सरकार सोचना नहीं चाहती है। वैसे कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। वह पिछले काफी दिनों से हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा निकाल करके सरकार को घेरने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस की हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा में जुट रही भीड़ बता रही है कि इस बार दोनों दलों में मुकाबला कांटे का होगा। यही वजह है कि कांग्रेस और भाजपा अपना-अपना हर दांव आजमा रहे हैं।
-संजय मग्गू
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