कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को भाजपा शासित राज्यों में बुलडोजर न्याय की कड़ी आलोचना करते हुए इसे पूरी तरह अस्वीकार्य और अमानवीय करार दिया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा(Priyanka Gandhi: ) ने इस मुद्दे पर भाजपा सरकारों पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे अल्पसंख्यकों को बार-बार निशाना बना रही हैं और कानून के शासन का पालन नहीं कर रही हैं। यह टिप्पणी उस समय आई जब मध्य प्रदेश के छतरपुर में पथराव की घटना के एक आरोपी की कोठी को बुलडोजर से ढहा दिया गया।
Priyanka Gandhi: भाजपा पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप
मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, “किसी का घर तोड़ना और उसके परिवार को बेघर करना न केवल अमानवीय है, बल्कि अन्यायपूर्ण भी है। भाजपा शासित राज्यों में अल्पसंख्यकों को बार-बार निशाना बनाया जाना बेहद परेशान करने वाला है।” उन्होंने इस तरह की कार्रवाइयों को संविधान और कानून के शासन के खिलाफ बताते हुए कहा कि एक सभ्य समाज में ऐसे कार्यों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
नागरिकों में भय पैदा कर रही भाजपाः खरगे
खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें संविधान की अवहेलना करते हुए बुलडोजर का इस्तेमाल नागरिकों के बीच भय पैदा करने के लिए कर रही हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी संविधान की घोर अवहेलना, नागरिकों के बीच भय पैदा करने की रणनीति के रूप में बुलडोजर का उपयोग करने के लिए भाजपा राज्य सरकारों की कड़ी निंदा करती है। अराजकता प्राकृतिक न्याय का स्थान नहीं ले सकती। अपराधों का फैसला अदालतों में होना चाहिए, न कि राज्य-प्रायोजित दबाव के माध्यम से।”
सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीः प्रियंका
प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी इस मुद्दे पर भाजपा सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोप लगते ही आरोपी का घर गिरा देना, उसके परिवार को बेघर कर देना, और कानून का पालन न करना न्याय नहीं, बल्कि बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है। प्रियंका ने कहा, “सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं। कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है। जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का।” प्रियंका गांधी ने इस पूरे मामले को बुलडोजर न्याय का नाम देते हुए इसे पूरी तरह अस्वीकार्य बताया और जोर देकर कहा कि इसे तुरंत बंद होना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकारों पर जमकर हमला बोला और उन्हें कानून के शासन का पालन करने की नसीहत दी।