अमृतसर आयुक्तालय पुलिस ने एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए दस लोगों को गिरफ्तार किया है, जो बटाला क्षेत्र में एक पुलिस प्रतिष्ठान पर ग्रेनेड हमला करने की योजना (Punjab grenade attack) बना रहे थे। इस मामले में पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शुक्रवार को विस्तृत जानकारी दी।
आधिकारिक बयान के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्तियों में सीमा पार से संचालित आतंकी मॉड्यूल के चार प्रमुख सदस्य शामिल हैं। इन संदिग्धों के पीछे पाकिस्तान में रहने वाला हरविंदर रिंदा बताया जा रहा है, जो सीमा पार आतंकी गतिविधियों का नेतृत्व करता है। इसके अलावा, विदेश में रहने वाले अन्य संदिग्ध हैप्पी पासियन, जीवन फौजी और जशनप्रीत सिंह उर्फ लाल को भी इस मॉड्यूल से जुड़ा माना जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपियों में अमृतसर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के निवासी शामिल हैं। इनकी पहचान अर्जनप्रीत सिंह (अवान रामदास), लवप्रीत सिंह उर्फ लव (पेरहवाल), बसंत सिंह (बाबा बकाला साहिब), और अमनप्रीत सिंह उर्फ अमन के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से तीन पिस्तौल, एक हथगोला और एक ड्रोन भी बरामद किया है।
डीजीपी गौरव यादव ने इसे पंजाब पुलिस की बड़ी कामयाबी बताते हुए कहा कि इस आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करना राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि इस मॉड्यूल के जरिए आतंकी गतिविधियों को अंजाम (Punjab grenade attack) देने की योजना बनाई जा रही थी, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों का समर्थन शामिल था।
पुलिस ने गहन जांच और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर इन संदिग्धों को पकड़ने में सफलता पाई। बरामद हथियार और उपकरण इस बात का संकेत देते हैं कि ये संदिग्ध गंभीर आतंकी हमले की तैयारी कर रहे थे। डीजीपी ने बताया कि इन संदिग्धों से पूछताछ जारी है, जिससे अन्य संभावित साजिशों का खुलासा (Punjab grenade attack) होने की संभावना है।
इस घटना (Punjab grenade attack) ने एक बार फिर से सीमा पार से संचालित आतंकी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया है। पंजाब पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने संभावित बड़े नुकसान को टाल दिया है। राज्य की सुरक्षा एजेंसियां अब इस मॉड्यूल के अन्य सहयोगियों और इसके व्यापक नेटवर्क की जांच में जुटी हैं।