कांग्रेस नेता राहुल (RAHUL JHARKHAND:)गांधी ने सोमवार को भाजपा के नारे ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अंबानी जैसे अरबपतियों की एकजुटता को दर्शाता है। उन्होंने मणिपुर का दौरा न करने पर मोदी की आलोचना की, यह कहते हुए कि पूर्वोत्तर राज्य पिछले डेढ़ साल से ‘जल रहा है।’ गांधी ने आरोप लगाया कि शाह मणिपुर में हिंसा रोकने में रुचि नहीं ले रहे हैं, क्योंकि ‘निहित स्वार्थ’ काम कर रहे हैं।
रांची(RAHUL JHARKHAND:) में एक संवाददाता सम्मेलन में गांधी ने कहा, “मैं भाजपा के नारे- ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का वास्तविक अर्थ समझाता हूं। इसका मतलब है कि अगर मोदी, शाह और अंबानी ‘एक’ हैं, तो वे ‘सेफ (सुरक्षित)’ हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि हवाई अड्डों, बंदरगाहों और प्राकृतिक संसाधनों समेत देश की प्रमुख संपत्तियां पारदर्शी निविदा प्रक्रियाओं का पालन किए बिना अदाणी और अंबानी जैसे अरबपतियों को सौंपी जा रही हैं।
गांधी (RAHUL JHARKHAND:)ने जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इससे पता चलेगा कि किसके पास कितना धन है और कांग्रेस को सटीक निर्णय लेने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जाति जनगणना से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (जो भारत की आबादी का 73 प्रतिशत हैं) का वास्तविक स्थिति का पता चलेगा।
उन्होंने कहा, “यह विचारधाराओं की लड़ाई है: एक तरफ ‘इंडिया’ गठबंधन है जो संविधान की रक्षा कर रहा है और गरीबों, दलितों एवं आदिवासियों की सरकार चलाना चाहता है। दूसरी तरफ वे शक्तियां हैं जो संविधान को कुचलना चाहती हैं, इसे खत्म करना चाहती हैं।” गांधी ने कहा, “मैंने लोकसभा में कहा था कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन दलितों, आदिवासियों और पिछड़े समुदायों की आबादी का प्रतिशत जानने और विभिन्न संस्थाओं में उनकी भागीदारी का पता लगाने के लिए जाति जनगणना कराएंगे। मैंने यह भी कहा था कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन आरक्षण पर लगी 50 प्रतिशत की सीमा को हटा देंगे।”
गांधी ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह झूठ फैला रहे हैं कि राहुल गांधी आरक्षण के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, “मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं, मैं इसे 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाना चाहता हूं।” मणिपुर के बारे में उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि राज्य में क्या हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया, “मणिपुर पिछले डेढ़ साल से जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी राज्य का दौरा नहीं किया। मैं वहां गया और स्थिति देखी तथा सरकार से हिंसा पर काबू पाने का आग्रह किया। गृह मंत्री को अपना काम करना चाहिए था, लेकिन वह इसमें रुचि नहीं ले रहे… कुछ स्वार्थी तत्व इसमें शामिल हैं।” हालांकि, गांधी ने अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया।
झारखंड के बारे में उन्होंने कहा, “हम यहां जाति जनगणना कराएंगे और आरक्षण की सीमा बढ़ाएंगे। एसटी आरक्षण 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत, एससी आरक्षण 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत और ओबीसी आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया जाएगा। हम इसे लागू करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भाजपा के लोग हमें रोकने की कोशिश कर रहे हैं।”
गांधी(RAHUL JHARKHAND:) ने भाजपा को “आदिवासी विरोधी” करार देते हुए कहा कि इस पार्टी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कराया और झूठे मामलों में फंसाकर उन्हें डराने की कोशिश की। प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में सोरेन को गिरफ्तार किया था। उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद उन्हें 28 जून को जेल से रिहा किया गया।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राज्य के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए गांधी ने दावा किया कि वह झारखंड के 1.36 लाख करोड़ रुपये के कोयला बकाया के अलावा भूमि मुआवजा तथा अन्य बकाया राशि जारी नहीं कर रही है, जिससे विकास में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया, “हम गरीबों के लिए सरकार चलाना चाहते हैं, अरबपतियों के लिए नहीं, लेकिन भाजपा झारखंड में खदानों, जंगलों, जमीनों को पूंजीपतियों को सौंप रही है।”
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी पर देश की संपत्ति चंद अरबपतियों को सौंपने और महाराष्ट्र के धारावी की एक लाख करोड़ रुपये की जमीन अदाणी को हस्तांतरित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अरबपति राजनीतिक फैसलों को प्रभावित कर रहे हैं। गांधी ने दावा किया, ”महाराष्ट्र सरकार को गिराने के लिए राजनीतिक बैठक में गृहमंत्री शाह के अलावा अदाणी भी मौजूद थे।”
उन्होंने वादा किया कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आया तो झारखंड के युवाओं को 10 लाख नौकरियां, महिलाओं को 2,500 रुपये की आर्थिक सहायता, 450 रुपये में गैस सिलेंडर और खाद्य सुरक्षा के तहत सात किलो मुफ्त राशन, 15 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर देगा। झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी।