संभल (Sambhal violence:)की विवादित जामा मस्जिद परिसर में रविवार को सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को हालात में सुधार देखा गया और स्कूल भी खुले। रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई पत्थरबाजी और आगजनी की घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी और करीब 20 लोग घायल हो गए थे। इस संबंध में पुलिस ने सोमवार को 25 लोगों को गिरफ्तार किया।
सोमवार को संभल (Sambhal violence:)में बाजार बंद थे, लेकिन कई इलाकों में दुकानें खुली नजर आईं। आज सुबह भी स्थिति सामान्य रही। स्कूल भी खुले हैं और रोजमर्रा की जरूरतों की दुकानें भी खुली नजर आ रही हैं। हालांकि, जिले में इंटरनेट सेवा आज भी बंद है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ड्रोन, सीसीटीवी और मोबाइल के वीडियो खंगाल रही है और उपद्रवियों को चिह्नित कर रही है, ताकि उन्हें पकड़ा जा सके। अब तक इस मामले में सात प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें संभल के सांसद जिया उर रहमान वर्क और संभल विधायक के पुत्र सुहैल इकबाल सहित 2750 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
सोमवार(Sambhal violence:) रात पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने पत्रकारों से कहा कि जिन लोगों ने नुकसान किया है, उनसे एक-एक पाई वसूली जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सिर्फ ‘प्लास्टिक बुलेट’ का इस्तेमाल किया और पुलिस की गोली से किसी की मौत नहीं हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह बात साबित हुई है। एसपी ने बताया कि संभल में पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है, जगह-जगह चौराहों पर पुलिस बल तैनात है और कई जगह रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनात है।
संभल के जिलाधिकारी ने जिले में बाहरी व्यक्तियों एवं जन प्रतिनिधियों के प्रवेश पर 30 नवंबर तक रोक लगाई हुई है, ताकि संभल के हालात जल्द सामान्य हो सकें। संभल की स्थिति सामान्य नजर आ रही है, जबकि घटना स्थल के नजदीक सन्नाटा पसरा हुआ है।