हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल (TATA ANIL VIJ: )विज ने कहा कि “देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा जी का निधन एक बहुत बड़ी हानि है। वह न केवल एक सफल उद्योगपति थे, बल्कि एक महान परोपकारी भी थे। रतन टाटा जी ने सरकार के दुख-सुख के समय में हमेशा दिल खोलकर सहयोग दिया है और उन्होंने भारत में उद्योग को काफी आगे बढ़ाया है, उनके जाने पर मुझे बहुत दुख है।” विज मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
TATA ANIL VIJ: राव इंद्रजीत के बारे में क्या कहा विज ने
केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत सिंह द्वारा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “इस बारे में सही मायने में राव इंद्रजीत सिंह जी ही बता सकते हैं। जो आरोप लगा रहा है, स्पष्टीकरण भी उसे ही देना चाहिए, अन्यथा बिना मतलब की भ्रांतियां फैलती हैं।” पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा ईवीएम के हैक होने के संबंध में दिए गए बयान पर उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा, “क्या जम्मू-कश्मीर में ईवीएम हैक नहीं हुई? मतगणना वाले दिन, जब सुबह यह भगड़े डाल रहे थे और कह रहे थे कि नतीजा हमारे हक में आ रहा है, तब क्या ईवीएम हैक नहीं हो रही थी? जब ये (कांग्रेस) हारते हैं, क्या तभी हैक होती है? जिस भी प्रदेश में कांग्रेस हारती है, उसके बाद वे रोते हैं और उनके रोने में ईवीएम की आवाज आती है।”
हाई कमान को बताया मीडिया फ्रेंडली
हरियाणा सरकार के गठन और कैबिनेट में अनिल विज के शामिल होने के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, “हमारा काम जो था, वह हमने कर दिया। हमने विजय होने का प्रमाण पत्र ले लिया और हम विजयी घोषित हो गए। अब जो बाकी का काम है, उसे करने दिया जाए। इस संबंध में हाई कमान कार्य कर रही है और आपके सामने स्थिति हाई कमान बताएगी। हाई कमान मीडिया फ्रेंडली भी है और सारी बातें मीडिया को बताती है।”अनिल विज के चुनाव के बाद एक्शन मोड में आने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “अंबाला छावनी की जनता ने मुझे सातवीं बार चुनाव जिताया है और जीतने के साथ ही मैंने आठवीं बार दोबारा जीतने का काम शुरू कर दिया है। मैं कई परियोजनाओं का अवलोकन करने आया हूं और उनकी प्रगति को देखा है। इसलिए मैंने आठवीं बार का कार्य प्रारंभ कर दिया है। विपक्ष और अधिकारियों द्वारा हारने के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, “यह सभी को ज्ञात है कि अंबाला प्रशासन का रवैया भाजपा या भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ कैसा रहा है। ये किसके साथ पींगे बढ़ाते रहे, यह बात सबको पता है। मेरे स्कैनर में यह सब आया हुआ है और मैं सभी का हिसाब-किताब रखता हूं।