बेरोजगारी और महंगाई देश की सबसे बड़ी समस्या है। बेरोजगारी का आंकड़ा हरियाणा का देश में सबसे ज्यादा है। इस बात से किसी को भी इनकार नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी नहीं। लेकिन जब से मनोहर लाल ने प्रदेश की बागडोर संभाली है, वे लगातार बेरोजगारी दूर करने का प्रयास करते रहे हैं। इन प्रयासों में उन्हें सफलता भी मिली है। पिछले नौ सालों में वे भरसक यही प्रयास करते रहे कि किसी भी तरह युवाओं को नौकरियां प्रदान की जाएं, उन्हें रोजगार दिलाया जाए। जो लोग छोटे-बड़े उद्योग लगाना चाहते हैं, उनको शासन की तरफ से हर संभव सहायता प्रदान की जाए। उनकी यह कोशिश रंग भी लाती दिख रही है।
वर्ष 2019 से लेकर अब तक प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर 1450 रोजगार मेलों का आयोजन किया जा चुका है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। इन रोजगार मेलों के माध्यम से अब तक 31217 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। यही नहीं, हर शनिवार को रोजगार पाने वाले युवाओं से वे वीडियो कांफ्रेंसिग से बातचीत भी करते हैं। उनके कार्य अनुभव से परिचित होते हैं। उनका हालचाल पूछते हैं। इससे उनका जुड़ाव होता है। युवाओं के बीच एक अच्छा संदेश जाता है कि मुख्यमंत्री प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के प्रति गंभीर हैं। वैसे रोजगार मेलों से युवाओं को रोजगार मिलने में काफी आसानी होती है।
इसके लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन की बहुत बड़ी भूमिका है। मिशन के माध्यम से युवाओं को विशिष्ट प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का आधार प्रदान करता है हरियाणा कौशल विकास मिशन। इसके माध्यम से अब तक 80 हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है। हर वर्ष 15 से 20 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देने का काम श्री विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय कर रहा है। मुख्यमंत्री की सूझबूझ के चलते ही शिक्षित बेरोजगार युवाओं को सक्षम युवा योजना के माध्यम से हर महीने सौ घंटे का मानदेय दिया जा रहा है। इससे बेरोजगार युवाओं को एक संबल मिलता है।
वे अपनी कई तरह की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो पाते हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में लगने वाली फीस और आने जाने का खर्च निकाल पाते हैं। यही नहीं, वर्ष 2014 से अब तक निजी क्षेत्र के उद्योगों में 19 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिल चुके हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 24 लाख 43 हजार युवाओं को स्वरोजगार के लिए आर्थिक मदद प्रदान की गई। प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के चलते ही प्रदेश की बेरोजगारी दर काफी हद तक नियंत्रण में आई है।
बेरोजगारों की घटती संख्या से उत्साहित मनोहर सरकार लगातार कुछ न कुछ नई योजनाएं लेकर आती रहती है। भविष्य में भी सरकार बेरोजगारों के लिए कुछ नई योजनाएं शुरू करेगी, ऐसा मानना चाहिए। टेक्नीशियन, राज मिस्त्री, प्लंबर और इलेक्ट्रीशियन का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को भी रोजगार दिलाने को सरकार दृढ़ संकल्पित है।
संजय मग्गू