बारिश और तूफ़ान की वजह से हिमाचल प्रदेश में मची तबाही अब रुकने का नाम नहीं ले रही है। लगातार बादल फटने और भूस्खलन की कई घटनाएं प्रदेश के कई जिलों और शहरों में सामने आ रही है। जन-जीवन राज्य में पूरी तरह से अस्त- व्यस्त हो चूका है। लोगो को अभी भी इस तबाही से रहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान की माने तो भरी बारिश की सम्भावना प्रदेश के कई राज्यों में जाती गई है।
बारिश को लेकर मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। IMD ने राज्य के सोलन, शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। हालांकि IMD ने बताया कि 26 अगस्त यानि शनिवार से लोगो को कुछ राहत मिलेगी। प्रदेश सरकार भी इस भरी बारिश को देखने के बाद अलर्ट हो गई है। सभी जिम्मेदार संस्थाओ को सरकार ने किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है
आपको बता दे कि जून से अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में 804 मिमी बारिश हुई, जो आम तौर पर 41 प्रतिशत अधिक है। हालांकि लाहौल स्पीति प्रदेश में एकमात्र जिला हिया, जहां सामने से भी कम बारिश हुई है। इसके साथ ही राजधानी शिमला में सामान्य से 103% और बिलासपुर में 86% ज्यादा बारिश हुई है। IMD ने आगे के मौसम के बारे में बताते हुए कहा कि 26 अगस्त से मौसम बदल जाएगा। 26 से 30 अगस्त तक इसके साथ ही गतिविधियां काम हो जाएगी।