पानीपत- हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो द्वारा नशे के विरुद्ध प्रतिदिन अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है तो दूसरी और नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं। ब्यूरो प्रमुख ओपी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा हरियाणा के विभिन्न ज़िलों में नशे के विरुद्ध प्रचार प्रसार के पश्चात पानीपत पहुंचे। वे केंद्रीय विद्यालय पहुंचे और विद्यालय की प्राचार्या प्रेम लता समनोल की अध्यक्षता में एक दिवसीय नशे के विरुद्ध 62वां जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जिसमे 204 विद्यार्थियों एवं 15 शिक्षकों ने भाग लिया।
ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी / उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज भारतीय लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ ठाकुर की पुण्यतिथि हैं, हम सब उन्हें नमन करते हैं और स्वतंत्रता दिवस का समय निकट है। हम भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। आज हम सब उनके बलिदान स्वरूप स्वतंत्र बैठे हैं लेकिन आज हमारी स्वतंत्रता कुछ शक्तियों के लिए सहज नहीं है। हमारे देश की युवा पीढ़ी को नशे की और धकेलने का षड्यंत्र रचने का दुःसाहस किया जा रहा है।
नशा के विरुद्ध भरसक प्रयत्न कर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने का निरतंर कार्य हो रहा है युवाओं को जागरूक करके इस समस्या को समूल नष्ट किया जा रहा है। यह तब होगा जब युवा जागरूक हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि ब्यूरो के प्रमुख ओपी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साहब हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए कृतसंकल्प हैं। वे नशे के अपराध को समूल नष्ट करने के लिए हृदय परिवर्तन की विचारधारा के साथ युवाओं में सकारात्मक सोच का सृजन करने का एक साहसिक प्रयास कर रहे हैं जिसके सकारात्मक परिणाम हमारे सामने हैं।
ब्यूरो की पुलिस अधीक्षक पंखुरी कुमार साहब के मार्गदर्शन में ये कार्य चरम पर है। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ बातचीत के माध्यम से इस बुराई को समाप्त करने में उनको साथ जोड़कर इस विषय पर चर्चा करते हुए अनेक प्रश्न किए। नशे की परिभाषा से लेकर, इसके आगमन, वितरण, निर्माण, सेवन और क्रय विक्रय पर विस्तार से चर्चा की। विद्यार्थियों में देशप्रेम की भावना के साथ साथ नैतिक मूल्यों पर चर्चा करते हुए विभिन्न कविताओं, गायन और उदाहरणों के साथ उन्हें इस परिचर्चा में जोड़कर रखा। कार्यक्रम के अंत में शपथ ग्रहण करवाई गयी।