उत्तर प्रदेश पुलिस (up news:)के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने सीबीआई और नारकोटिक्स के अधिकारी बनकर ‘डिजिटल अरेस्ट’ करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उसके तीन कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान श्याम, हर्षल और पुनीत शर्मा के रूप में हुई है, और ये सभी दिल्ली के निवासी हैं। तीनों को मंगलवार शाम लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।
डॉ. अशोक सोलंकी नामक(up news:) व्यक्ति ने 48 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज कराया था, और इसी मामले की जांच के दौरान इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि गिरोह के एक सदस्य ने टेलीग्राम के जरिए उन्हें अधिकारी बनकर लोगों के खातों का नंबर, पासवर्ड और एटीएम कार्ड की जानकारी प्राप्त करने का प्रशिक्षण दिया था। यह गिरोह विशेष रूप से नोएडा, जयपुर, दिल्ली और केरल में धोखाधड़ी कर लाखों रुपये कमाने का आरोपित है।एसटीएफ ने इनके पास से मोबाइल फोन, डेबिट और क्रेडिट कार्ड, और अन्य महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य बरामद किए। डिजिटल अरेस्ट में ठग खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसी का अधिकारी बताते हैं और मानसिक रूप से दहशत का माहौल बनाकर अपने शिकार से पैसे निकालते हैं।