उत्तराखंड (Uttarakhand tension:)के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में एक मकान के कथित रूप से मस्जिद के रूप में इस्तेमाल किए जाने पर दक्षिणपंथी गुट के विरोध प्रदर्शन के बाद लागू की गई निषेधाज्ञा शांति बहाल होने के बाद हटा ली गई है। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर क्षेत्र में तैनात अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को भी वापस बुला लिया गया है।
नौ नवंबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अध्यक्ष हिमांशु (Uttarakhand tension:)जोशी की अगुवाई में संघ के कार्यकर्ताओं ने बेरीनाग में एक मकान का मस्जिद के रूप में उपयोग किए जाने के खिलाफ गणेश चौक में धरना दिया था। इसके बाद प्रशासन ने मकान मालिक को नोटिस जारी किया, जो नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में रहता है।
बेरीनाग के उप जिलाधिकारी श्रेष्ठ गुनसोला ने बताया, “बेरीनाग में अब शांति है। कस्बे में भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत लागू निषेधाज्ञा और अतिरिक्त बल की तैनाती भी रविवार को हटा ली गई है। मकान के मालिक को भी नोटिस जारी कर दिया गया है, जिसका जवाब उसे 15 दिन के अंदर देना है।”
अधिकारी ने कहा, “यह मकान अब्दुल माजिद का है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है और उनका बेटा अब्दुल नाजिम अब हल्द्वानी में रहता है। हमने अब्दुल नाजिम को नोटिस देकर पूछा है कि क्या उसने अपने मकान को मस्जिद के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी है।”दक्षिणपंथी गुट का कहना है कि उनके विरोध प्रदर्शन के परिणामस्वरूप मकान मालिक को नोटिस दिया गया है। पिछले महीने उत्तरकाशी में भी ‘अवैध’ मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए थे।