हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास संख्याबल होता तो वह पहलवान विनेश फोगाट(Vinesh Phogat News: ) को राज्यसभा के लिए मनोनीत करते। विनेश ने बृहस्पतिवार को अपने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती करियर को अलविदा कहते हुए कहा कि उनमें इसे जारी रखने की ताकत नहीं है। पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग प्रतिस्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य करार दिए जाने के बाद संन्यास की घोषणा करते हुए फोगाट (29) ने उनका समर्थन करने वालों से माफी मांगी।
Vinesh Phogat News: हमारे पास बहुमत होता तो हम राज्यसभा के लिए नामांकित करते
हुड्डा ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि जल्द ही राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं। यदि हमारे पास बहुमत होता तो हम उन्हें प्रेरित करने के लिए नामांकित करते। उन्होंने हम सभी को गौरवान्वित किया है। भूपेंद्र हुड्डा के बेटे एवं लोकसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उनके लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद हरियाणा की एक राज्यसभा सीट रिक्त हुई है। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए।दीपेंद्र ने कहा, “वह हारी नहीं, जीती हैं। उन्होंने लोगों का दिल जीता है और वह युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।”
ताऊ ने कहा, हुड्डा की सरकार थी तब गीता को क्यों नहीं भेजा राज्यसभा
इस बीच, विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा कि कई रिकॉर्ड स्थापित करने के बावजूद पहलवान गीता फोगाट को भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते हुए राज्यसभा नहीं भेजा गया। महावीर फोगाट ने कहा कि आज भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि अगर उनका बस चलता तो वे विनेश को राज्यसभा भेजते। जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने गीता फोगाट को क्यों नहीं भेजा? महावीर फोगाट ने कहा कि गीता फोगाट ने कई रिकॉर्ड बनाए। जब भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार थी, तब उन्होंने गीता को पुलिस उपाधीक्षक तक नहीं बनाया। अब कांग्रेस नेता भूपेन्द्र हुड्डा यह दावा कैसे कर सकते हैं?
बहन ने क्या कहा
बहन बबीता फोगाट ने हुड्डा फैमिली पर निशाना साधा। बबीता फोगाट ने एक्स पर लिखा आपदा में राजनीतिक अवसर ढूंढना कोई कांग्रेस से सीखे। एक ओर देश व विनेश ओलंपिक में अयोग्य घोषित होने के सदमे से उभर नहीं पा रहा है दूसरी ओर दीपेंद्र जी आप और आपके पिता जी ने विनेश की हार के ऊपर राजनीति करना शुरू कर दिया है। विनेश चैंपियनों का चैंपियन है और कांग्रेस पार्टी राजनीति का चैंपियन जिन्हे खिलाड़ियों के दर्द से भी कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बहुत हीं शर्मनाक और चिंता जनक है।
लेटेस्ट खबरों के लिए क्लिक करें : https://deshrojana.com/