CM Saini Met Nayanpal Rawat: हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) से पहले बीजेपी के लिए बुरी खबर सामने आ रही थी। बुधवार से इस बात को लेकर चर्चा हो रही थी कि बीजेपी अफसरों से नाराज पृथला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत (MLA Nayanpal Rawat) बीजेपी (BJP) से अपना समर्थन वापिस ले सकते है। लेकिन सरकार ने समय रहते उनकी नारजगी दूर कर दी है।
हरियाणा में जेजेपी (JJP) से गठबंधन टूटने के बाद से बीजेपी (BJP) की सरकार निर्दलीय विधायकों के समर्थन पर टिकी है। लोकसभा चुनाव से पहले 3 निर्दलीय विधायक सरकार का साथ छोड़ते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए। ऐसे में प्रदेश में बीजेपी को विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) से पहले एक और झटका लगने वाला था जिसे बीजेपी अधिकारी और मुख्यमंत्री नायब सैनी (CM Nayab saini) के हस्तक्षेप से रोक दिया गया। दरअसल, पृथला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत बीजेपी शासन में अधिकारियों की कार्य प्रणाली को लेकर नाराज हो गए। इसके बाद उन्होंने ये तक कह दिया की वह आज गुरुवार को इसे लेकर कोई बड़ा फैसला करेंगे।
उनके ऐसा कहने के बाद से चर्चा शुरू होने लगी कि नयनपाल रावत (MLA Nayanpal Rawat) बीजेपी से अपना समर्थन वापस लेने वाले हैं। रावत की नाराज़गी की खबर जैसे ही बीजेपी नेताओं के पास पहुंचीं तो भाजपा सरकार की नींदें उड़ गईं। निर्दलीय विधायक को मनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को कहा गया। गुप्ता ने पहले रावत से बात की और देर रात उन्हें लेकर सीएम हाउस पहुंचे। सीएम नायब सिंह सैनी ने रावत से बात की इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भी उनसे फोन पर बात की। और रावत को आश्वासन दिया कि उनके कोई काम नहीं रुकेंगे।
इन विधायकों का साथ छूटने से मुश्किल में बीजेपी
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में 7 निर्दलीय विधायकों ने जीत हासिल की थी। उस समय लगभग सभी निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी का साथ दिया था। लेकिन इस साल से बीजेपी का लकी चार्म फीका पड़ता जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले 3 निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर और सोमवीर सांगवान ने बीजेपी से अपना समर्थन वापस ले लिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। 90 विधायकों की विधानसभा में वर्तमान में विधायकों की संख्या 87 है। भाजपा को बहुमत के लिए 44 विधायकों की जरूरत है। भाजपा के पास विधायकों की संख्या 41 है और उसे एक निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत (MLA Nayanpal Rawat) और हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन मिला है लेकिन जैसे ही एक विधायक समर्थन वापस लेगा तो सरकार अल्पमत में आ सकती है।