नई दिल्ली के कीर्तिनगर में ‘सेल्फ अवेकनिंग मिशन’ के संस्थापक संजीव मलिक द्वारा ‘जीवन जीने की कला’ पर आधारित योग व साधना की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली व आसपास से लगभग 200 लोग शामिल हुए। संजीव मलिक ने कार्यशाला में बताया कि कैसे हम आज के भागदौड़ भरे संघर्षपूर्ण जीवन में खुद को शांत रख सकते हैं। उन्होंने इसके लिए कुछ ऐसे सरल गुर बताए जिनसे लोग अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल कर सकते हैं।
उन्होंने कार्यक्रम में चक्रों की जानकारी दी और बताया कि कैसे हमारे चक्रों के संतुलन से हम जीवन में सुख समृद्धि और खुशियां प्राप्त कर सकते हैं। सत्र में पर्सनेलिटी डेवलपमेंट की क्लास भी करवाई गई और कम्युनिकेशन स्किल्स को निखारने के तरीके बताए गए। इनके अलावा ध्यान व साधना का सत्र भी हुआ। संजीव मलिक ने बताया कि कैसे हमारे विचार भी हमारे जीवन की रुकावट होते हैं ,जो हमें लगातार पीछे धकेलते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरो पर दोषारोपण से बचें,अपनी समस्याओं की सूची बनाएं और स्वयं उन पर कार्य करना प्रारंभ करें, एक बार में एक परेशानी और उसके विभिन्न पहलू पर संयमित होकर स्वयं कार्य करें,आप देखेंगे कि आप अपने जीवन में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर पा रहे हैं। मलिक ने अपनी किताब ‘माइंड प्रोग्रामिंग से निखारे अपना जीवन’, ‘कर्मो की खेती’ से चुने गए अंश पढ़कर सुनाए और लोगों को उनके जीवन को सकारात्मक दिशा में बदलने के सुझाव दिए। सेल्फ अवेकनिंग मिशन दिल्ली में स्थित एनजीओ है, जो समाज में गरीबों, लाचारों और जरूरतमंद लोगों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान पर कार्य कर रहा है।