देश रोज़ाना: उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर विकसित की जा रही अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु रामलला के श्रीविग्रह की स्थापना होने जा रही है। यह कार्यक्रम नव्य-भव्य अयोध्या के उस त्रेतायुगीन वैभव के वापस लौटने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे अवधपुरी 500 से अधिक वर्षों से वंचित रह गई थी। ऐसे में प्रभु रामलला को भव्य मंदिर में विराजे जाने की प्रक्रिया तो जारी है ही, साथ ही उल्लास-उमंग और तरंग को बढ़ाने के लिए तमाम प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन भी कराए जाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिससे अयोध्या न केवल देश बल्कि दुनिया में भी चर्चाओं के केंद्र में रहेगी।
देश-विदेश के आयोजनों से ली जाएगी प्रेरणा
एडीए द्वारा अयोध्या में इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल के आयोजन के लिए अस्थायी संरचनाओं और संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास और इवेंट प्रबंधन की संकल्पना, डिजाइन, निष्पादन और पर्यवेक्षण के लिए एजेंसी की नियुक्ति के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल फॉरमेट माध्यम से आवेदन मांगे हैं। इसके जरिए प्राप्त होने वाले आवेदनों में से इस कार्यक्रम को निष्पादित करने के लिए एजेंसी का निर्धारण किया जाएगा। इस निर्धारण प्रक्रिया को 8 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल के आयोजन की संपूर्ण रूपरेखा तैयार की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस आयोजन को भव्य स्तर पर कराने के लिए देश-विदेश में होने वाले विभिन्न काइट फेस्टिवल्स से प्रेरणा ली जा रही है।
750 लोगों की बैठने की व्यवस्था के लिहाज से बनाया जाएगा विजिटर्स एरिया
आयोजन में विशिष्ट आमंत्रितों को बैठाने के लिए 50 वीवीआईपी सोफा वाले लाउंज का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम में 350 कुशंड चेयर्स व 350 अन्य चेयरों की व्यवस्था भी की जाएगी। प्रतियोगियों व आयोजन में शिरकत करने वाले लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए वॉलेंटियर्स व होस्टेसेस की तैनाती की जाएगी। यहां पर फूड काउंटर पर परोसे जाने वाले खाने में भी देसी तड़के को तरजीह देते हुए मिलेट्स से बने पकवान पेश किए जाएंगे।