सिरदर्द, बदन दर्द होने पर पेनकिलर्स लेना आजकल बहुत से लोगों की आदत बन चुकी है। लोग सिर दर्द होने पर डिस्प्रिन और बदन दर्द होने पर कॉम्बिफ्लाम जैसी दवाईयों को खाते हैं। हालांकि दवाईयों का असर जल्द ही दिखाई देता है। जिससे कुछ ही मिनट में राहत भी मिल जाती है। लेकिन लोग बिना डॉक्टर की सलाह के इन दवाईयों को लेते रहते हैं। क्योंकि उन्हे लगता है कि इनकी सहायता से दर्द से जल्दी राहत मिल जाएगी। लेकिन लोगो को इससे होने वाले खतरनाक साइड इफेक्ट्स का पता नही होता हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर?
हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि पेनकिलर्स को लेकर अब तक ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है जिससे कि यह साबित हो सके कि ये दवाईयां लोगो के स्वास्थ के लिए सेफ हो सकती है। बता दें कि हर एक पेनकिलर साइड इफेक्ट के साथ ही आती हैं इसलिए बिना डॉक्टर्स की सलाह के दवा लेना सेहत को बेहद नुक्सान पहुंचा सकता है।
कितनी मात्रा में लेनी चाहिए पेनकिलर
बच्चा-बच्चा तक इस बात को जानता है कि पैरासिटामोल दर्द में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली पेनकिलर है। डॉक्टर बताते हैं कि 500 मिग्रा की टैबलेट दिन में 2-3 बार 7 घंटे के अंतराल लिया जा सकता है।
बिना बीमारी के न लें
विशेषज्ञ बताते हैं कि जब तक किसी बीमारी की जड़ समाप्त न हो जाए तब तक लगातार दवा खाना नुकसानदायक हो सकता है। जिसके लक्षण भले ही तुरंत न दिखे लेकिन शरीर को खतरकनाक तरीके से प्रभावित कर सकते हैं।