Sudha Murthy in Mahakumbh 2025: राज्यसभा सांसद और समाजसेवी सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में भाग लिया और पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान किया। इस अवसर पर उन्होंने तर्पण भी किया और अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सुधा मूर्ति ने बताया कि वह तीन दिनों तक महाकुंभ में रुकेंगी और इस दौरान रोजाना संगम में स्नान करेंगी। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक पवित्र अवसर है और वह इस समय को पूरी श्रद्धा से जीना चाहती हैं।
सुधा मूर्ति ने अपने परिवार की धार्मिक परंपराओं का जिक्र करते हुए बताया कि उनके नाना-नानी और दादा-दादी कभी इस स्थान पर नहीं आ पाए, इसलिए उन्होंने उनके नाम पर तर्पण करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “मैंने तीन दिनों का संकल्प लिया था। कल मैंने पवित्र स्नान किया और आज भी करूंगी, कल भी करूंगी।” उनका यह संकल्प महाकुंभ के धार्मिक महत्व को दर्शाता है और वह इसे एक जीवन में एक बार होने वाला अनुभव मानती हैं।
महाकुंभ मेले के आयोजन की व्यवस्था की सराहना करते हुए सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “योगी जी के नेतृत्व में यहां जितना अच्छा काम किया गया है, वह सराहनीय है। उन्होंने यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त में कई सुविधाएं दी हैं। मैं उनके दीर्घायु होने की कामना करती हूं।” उनकी यह टिप्पणी महाकुंभ के आयोजन की सफलता और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना करती है।
सुधा मूर्ति ने महाकुंभ को एक अत्यंत आध्यात्मिक अनुभव बताते हुए इसे एक जीवन में एक बार होने वाले अवसर के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा, “यह तीर्थराज सर्वोत्तम पवित्र स्थल है। महाकुंभ 144 वर्षों के बाद आता है और मैं यहां आकर बहुत उत्साहित और खुश हूं।” उनका यह बयान महाकुंभ के धार्मिक महत्व को और बढ़ाता है।
13 जनवरी से शुरू हुए इस महाकुंभ में अब तक लाखों श्रद्धालु भाग ले चुके हैं। 20 जनवरी तक करीब 8.79 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया है। सुरक्षा व्यवस्था को भी सख्त किया गया है, जिसमें 10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मी, पैरामिलिट्री बल और NDRF के वाटर एम्बुलेंस शामिल हैं। महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक जारी रहेगा, जिसमें 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम होंगे।