पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इन दिनों लगातार कह रहे हैं कि खेला होगा। इसकी शुरुआत अब दिखने लगी है। कुछ घंटे पहले ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला। फिर कुछ देर बाद रोहिणी ने सोशल मीडिया पर लिखी अपनी बात को डिलीट भी कर दिया। वहीं अब बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को पटना बुला लिया है। जानकारी के मुताबिक उन्हें 4 बजे तक पटना में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। लगातार बदलते घटनाक्रम से यह लगने लगा है कि हो न हो जीतन राम मांझी की भविष्यवाणी अब सत्य होने वाली है। मांझी ने पहले ही अपने विधायकों से कहा था कि वे बिहार से बाहर न जाएं और जितना संभव हो सके पटना में ही रहें।
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रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा?
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लिखा था- “अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते हैं बदतमीजियां…।” फिर उन्होंने आगे लिखा- “खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य। विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।” उन्होंने फिर लिखा- “समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है”। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर रोहिणी की लिखी बातों से सीएम नाराज हो गए और कैबिनेट बैठक के दौरान रूखे-रूखे नजर आए।
बिहार विधानसभा में BJP दूसरी सबसे बड़ी पार्टी
2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू-बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था और इस गठबंधन को सरकार चलाने के लिए जनता का वोट मिला था। बीच में नीतीश कुमार ने बीजेपी से दूरी बना ली और महागठबंधन के मुख्यमंत्री बन गए। बिहार विधानसभा में संख्या बल के मामले में आरजेडी पहले नंबर पर है। उनके पास 79 विधायक हैं। इसके बाद बीजेपी है। बीजेपी के पास 78 विधायक हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के पास 45 विधायक हैं। ऐसे में बीजेपी विधायकों को पटना बुलाए जाने से महागठबंधन सरकार की अस्थिरता की खबरों को बल मिल रहा है।
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