भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चैम्पियंस ट्रॉफी 2024 का चयन एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है। भारतीय टीम के दो प्रमुख बल्लेबाजों, रोहित शर्मा और विराट कोहली के खराब फॉर्म के बावजूद उन्हें टीम में बनाए रखा जाएगा, क्योंकि वे टीम के बल्लेबाजी की धुरी माने जाते हैं। लेकिन टीम के चयन में तीन सीनियर खिलाड़ियों के नाम पर चयनकर्ताओं को माथापच्ची करनी होगी, जिनमें केएल राहुल, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा शामिल हैं। इन तीनों का चयन चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए सुनिश्चित नहीं है, हालांकि ये सभी पिछले साल के विश्व कप टीम का हिस्सा थे।
पिछले कुछ महीनों में भारत ने छह वनडे मैच खेले हैं, जिसमें शमी और जडेजा को आराम दिया गया था। वहीं, राहुल को दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में टीम में जगह मिली थी, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ उन्हें श्रृंखला के बीच से बाहर किया गया था। राहुल का प्रदर्शन भी पिछले कुछ समय से निराशाजनक रहा है। खासतौर पर, 19 नवंबर 2023 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में उनकी बल्लेबाजी ने आलोचना का सामना किया, जहां उन्होंने सौ से अधिक गेंदों में केवल अर्धशतक बनाया। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या राहुल को चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम में जगह मिलेगी, खासकर अगर वह विकेटकीपिंग नहीं कर रहे हैं, तो बतौर बल्लेबाज उनकी स्थिति खतरे में हो सकती है।
चयनकर्ताओं की नजर अब यशस्वी जायसवाल पर भी है। यशस्वी को वनडे टीम में जगह मिलने की संभावना जताई जा रही है, जिससे शीर्ष चार में एक बायें हाथ का बल्लेबाज होगा। अगर ऋषभ पंत को विकेटकीपिंग के लिए चुना जाता है, तो राहुल को बैकअप के तौर पर रखना जरूरी नहीं होगा। राहुल के करीबी प्रतिद्वंद्वियों में ईशान किशन और संजू सैमसन भी हैं, लेकिन ईशान किशन ने विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, जबकि सैमसन को शुरूआत में ही टीम से बाहर कर दिया गया था। कोच गौतम गंभीर की सलाह से सैमसन को टीम में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि वह उनके पसंदीदा खिलाड़ी माने जाते हैं।
वहीं, भारत के सफेद गेंद के क्रिकेट में रविंद्र जडेजा का फॉर्म उतना अच्छा नहीं रहा है। सूत्रों का मानना है कि चयन समिति को वनडे के लिए अक्षर पटेल बेहतर विकल्प लगते हैं। वॉशिंगटन सुंदर का चयन लगभग तय माना जा रहा है, जबकि कुलदीप यादव की फिटनेस पर चयनकर्ता नजर रखे हुए हैं। कुलदीप पूरी तरह फिट लग रहे हैं, लेकिन उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में एक भी मैच नहीं खेला। उनके खेल में कमी होने पर रवि बिश्नोई या वरूण चक्रवर्ती को मौका मिल सकता है।
मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर चयन समिति के सामने स्पष्ट तस्वीर नहीं है। शमी ने विजय हजारे ट्रॉफी में पिछले दो मैचों में आठ-आठ ओवर फेंके हैं। अगर जसप्रीत बुमराह की चोट के कारण वह टीम से बाहर रहते हैं, तो शमी का अनुभव भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
रिजर्व बल्लेबाजों में रिंकू सिंह और तिलक वर्मा में से एक को मौका मिल सकता है। इन सभी संभावनाओं के बीच चयनकर्ताओं के सामने कई अहम फैसले हैं, जिनका असर चैम्पियंस ट्रॉफी 2024 की टीम पर पड़ेगा।
चैम्पियंस ट्रॉफी टीम के दावेदार:
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, केएल राहुल, ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, वरूण चक्रवर्ती या रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह, आवेश खान या मोहम्मद शमी, रिंकू सिंह या तिलक वर्मा।