इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 के आगाज में चंद दिन बचे हैं। शुरुआती 21 मैचों की तारीखों का एलान हो चुका है। इस बीच गुजरात टाइटंस (GT) के लिए बुरी खबर सामने आ गई। टीम के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) इस बार IPL में नहीं खेलेंगे। वे चोटिल हैं। शमी का टीम से बाहर होना गुजरात के लिए मुश्किल खड़ा कर रहा है। तो चलिए जानते हैं कि शमी के नहीं होने से कैसे कमजोर हो रही गुजरात टाइटंस की टीम…
Mohammad Shami को हुआ क्या है?
एक रिपोर्ट के मुताबिक Mohammad Shami टखने की चोट से जूझ रहे हैं। पीटीआई की एक रिपोर्ट बताती है कि शमी जनवरी के आखिरी हफ्तों के दौरान लंदन गए थे। वहां उन्होंने अपने बाएं टखने में इंजेक्शन लगवाया था। इसके तीन सप्ताह बाद उन्हें दौड़ना शुरू करना था। लेकिन, इंजेक्शन का उस तरह से असर नहीं हो पाया, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। इसके बाद डॉक्टरों ने उनके टखने की सर्जरी करवाने की सलाह दी। शमी इसी सर्जरी के लिए दोबारा लंदन गए हैं।
IPL में Mohammad Shami ने किया है कमाल?
IPL में मोहम्मद शमी का अब तक का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। उन्होंने इस लीग में अब तक 110 मैच खेले हैं। इस दौरान 26.47 की औसत से 127 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने दो बार चार विकेट हॉल भी अपने नाम किया है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/11 विकेट का रहा है।
IPL के पिछले सत्र में शमी ने कुल 17 मैच खेले थे। इस दौरान उन्होंने 18.46 की शानदार औसत के साथ 28 विकेट अपने नाम किया था। IPL 2022 में इस तेज गेंदबाज के नाम 16 मैच में 20 विकेट था।
गुजरात (GT) के पास अब क्या है विकल्प?
शमी के IPL 2024 से बाहर होने से निश्चित रूप से तेजी गेंदबाजी मोर्चे पर टीम कमजोर हुई है। हालांकि, टीम के पास अभी मोहित शर्मा उमेश यादव, कार्तिक त्यागी और दर्शन नालकंडे जैसे तेज गेंदबाज मौजूद हैं। मोहित ने पिछले सीजन में 27 विकेट लिए थे। इन सब के बाद भी जो धार शमी के होने से टीम को मिलती, उसकी कमी टीम को खलेगी। जोशुआ लिटिल और स्पेंसर जॉनसन के रूप में फ्रेंचाइजी के पास विदेशी पेस आक्रमण मौजूद है। तेज गेंदबाज ऑलराउंडर विजय शंकर और अजमतुल्लाह उमरजई भी हैं। वैसे तो GT के पास विकल्प कई हैं, लेकिन शमी जैसा अनुभवी कोई नहीं।
विश्व कप में भी शमी का रहा था शानदार प्रदर्शन
शमी बीते कुछ वर्षों से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने वनडे विश्व कप 2023 में सिर्फ सात मैच खेले थे। इसमें 10.70 की औसत और 5.26 की इकॉनमी रेट से सर्वाधिक 24 विकेट लिए थे। दिलचस्प बात यह रही कि शमी को शुरुआती कुछ मैचों में बेंच पर बैठाया गया, लेकिन हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद मौका मिला। उन्होंने न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ 5-5, इंग्लैंड के खिलाफ 4 और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ सेमीफाइनल में 7 विकेट चटकाए थे।
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