भारतीय परिस्थितियों में खेलना विदेशी खिलाड़ियों के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। अभी इंग्लैंड की टीम भारत में टेस्ट सीरीज खेल रही है। मेजबान देश के बेन फोक्स का भी मानना है कि भारतीय विकेटों पर विकेटकीपिंग करना सबसे मुश्किल है। विकेटकीपर को कुछ अलग सोचने की जरूरत होती है।
11 महीने बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे बेन फोक्स ने हैदराबाद में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद सिराज को स्टंप किया। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट 28 रन से जीतकर पांच टेस्ट की शृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई है। फोक्स ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 34 रन बनाए और ओली पोप (196) के साथ 112 रन की साझेदारी करके मेहमान टीम को मजबूत बढ़त दिलाई।
‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ ने बेन फोक्स के हवाले से कहा कि इस तरह की परिस्थितियों में आपको कुछ अलग सोचने का प्रयास करना होता है और सीखना होता है। ये मेरे लिए स्वाभाविक परिस्थितियां नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैंने स्पष्ट रूप से इंग्लैंड के बाहर काफी विकेटकीपिंग की है और स्पिनरों के खिलाफ विकेटकीपिंग की है। लेकिन मुझे लगता है कि असमान उछाल के कारण भारतीय पिचों पर विकेटकीपिंग सबसे मुश्किल है।
यह 30 वर्षीय खिलाड़ी सीरीज के बाकी बचे मुकाबलों में विषम परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार है। फोक्स ने कहा कि इस बात की अच्छी संभावना है कि अगला मैच कड़ा होने वाला है। स्पष्ट रूप से विकेटकीपिंग के लिए यह काफी मुश्किल जगह है और आप इसके बारे में जानते हैं। आपको मुश्किल लम्हों या मुश्किल दिन का सामना करना होगा।
इंग्लैंड ने 2021 में भारत के अपने पिछले दौरे पर भी पहला टेस्ट जीता था। लेकिन इसके बाद पूरी तरह स्पिन की अनुकूल पिचों पर अगले तीन मैच गंवाकर चार मैच की शृंखला हार गया था। फोक्स ने उस सीरीज को याद करते हुए कहा, ‘वे तीनों संभवतः सबसे खराब पिचें थीं जिन पर मैंने बल्लेबाजी की है। वे भयानक विकेट थे और मुझे बस टिके रहने का तरीका ढूंढना था।’
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