अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी की पिछले साल विश्व कप के दौरान पहनी गई छह जर्सी (Messi’s World Cup jerseys) नीलामी में 78 लाख डॉलर में बिकी। नीलामी करने वाली संस्था सोथबी ने यह घोषणा की।
सोथबी ने बताया कि मेस्सी ने इन शर्ट (Messi’s World Cup jerseys) को कतर में 2022 में खेले गए फीफा विश्व कप के पहले चरण के मैचों में पहना था। इस साल खेल से जुड़ी वस्तुओं की नीलामी में यह सर्वाधिक कीमत पर बिकने वाली वस्तु रही।
अर्जेंटीना ने विश्व कप फाइनल में फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में हराकर अपना तीसरा खिताब जीता था। निर्धारित समय तक दोनों टीम 3-3 से बराबरी पर थी। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया था। मेस्सी की इन शर्ट के लिए विजेता बोली लगाने वालों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
Messi’s World Cup jerseys : छह टी-शर्ट की हुई नीलामी
सॉथबे ने बताय था कि वह अर्जेंटीना के कप्तान द्वारा कतर में पहनी गई सात जर्सियों (Messi’s World Cup jerseys) में से छह को न्यूयॉर्क में बिक्री के लिए रखेगा। इसमें वह जर्सी भी शामिल है जो उन्होंने फ्रांस के खिलाफ फाइनल में रोमांचक जीत के दौरान पहनी थी। मेस्सी फुटबॉल के दूसरे कई खिलाड़ियों की तरह अक्सर प्रत्येक मैच के अंत में प्रतिद्वंद्वी टीम के किसी व्यक्ति के साथ अपनी शर्ट की अदला-बदली करते हैं।
हाल में मिला है बैलोन डी’ओर
मेस्सी को हाल ही में प्रतिष्ठित बैलोन डी’ओर पुरस्कार मिला है। मेस्सी को आठवीं बार बैलोन डी’ओर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मेस्सी बैलोन डी’ओर पुरस्कार जीतने वाले पहले एसएलएस खिलाड़ी बन गए हैं। इंटर मियामी के मालिक और फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी डेविड बेकहम ने मेस्सी को यह सम्मान दिया है। लियोनल मेस्सी इससे पहले 2009, 2010, 2011, 2012, 2015, 2019 और 2021 में भी बैलोन डी’ओर पुरस्कार जीत चुके हैं।
क्यों खास है बैलोन डी’ओर पुरस्कार
बैलोन डी’ओर फुटबॉल का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। यह व्यक्तिगत तौर पर खिलाड़ी को दिए जाने वाला सम्मान है। यह फुटबॉल क्लब और राष्ट्रीय टीम के किसी एक खिलाड़ी को हर साल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है। 1956 के बाद से हर साल पुरुषों को इस पुरस्कार से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाता है। सर्वेश्रेष्ठ महिला खिलाड़ियों को 2018 से बैलोन डी’ओर देने की परंपरा शुरू की गई है। 2020 में आई कोविड महामारी के कारण पुरस्कार नहीं दिया जा सका था।