ICC Cricket World Cup 2023 में पाकिस्तान का सामना श्रीलंका से हुआ। इस मुकाबले में पाकिस्तान ने श्रीलंका के खिलाफ 345 रन का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया। उसने विश्व कप इतिहास में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया है। इस मामले में पाकिस्तान ने आयरलैंड का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आयरलैंड ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ सात विकेट पर 329 रन बनाकर मैच को जीता था।
हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। उसने 50 ओवर में नौ विकेट पर 344 रन बनाए थे। पाकिस्तान ने 48.2 ओवर में चार विकेट पर 345 रन बनाकर मैच को जीत लिया।
रिजवान और शफीक की शानदार बल्लेबाजी
मुकाबले में पाकिस्तान के बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और अब्दुल्लाह शफीक ने शानदार प्रदर्शन किया। रिजवान ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक ने भी करियर का पहला शतक बनाया। इन दोनों बल्लेबाजों के बेहतरीन खेल से पाकिस्तान ने कुसाल मेंडिस और सदीरा समरविक्रम के शतक पर पानी फेर दिया।
विश्व कप में बना एक और रिकॉर्ड
पाकिस्तान ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के बड़े स्कोर वाले मैच में श्रीलंका को छह विकेट से हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की। यह विश्व कप में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत है। श्रीलंका के 345 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने रिजवान की 121 गेंद में आठ चौकों और तीन छक्कों से नाबाद 131 की पारी और पहला शतक जड़ने वाले शफीक (103 गेंद में 113 रन, 10 चौके, तीन छक्के) के साथ उनकी तीसरे विकेट की 176 रन की साझेदारी से 48.2 ओवर में चार विकेट पर 345 रन बनाकर जीत दर्ज की। रिजवान ने सऊद शकील (31) के साथ भी चौथे विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी की। शफीक विश्व कप में पाकिस्तान की ओर से पदार्पण करते हुए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने।
श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने भी दिखाए जलवे
श्रीलंका ने इससे पहले मेंडिस और समरविक्रम के शतक से नौ विकेट पर 344 रन बनाए थे। यह विश्व कप में किसी पूर्ण सदस्य देश के खिलाफ टीम का सर्वोच्च स्कोर है। मेंडिस ने 77 गेंद में 122 रन की पारी खेली जो विश्व कप के इतिहास में श्रीलंका की ओर से सबसे तेज शतक है। समरविक्रम ने अपने पहले एकदिवसीय शतक के दौरान 89 गेंद में 108 रन की पारी खेली। मेंडिस ने पाकिस्तान के गेंदबाजों पर दबदबा बनाते हुए अपनी पारी में 14 चौके और छह छक्के मारे। उन्होंने पथुम निसांका (51) और समरविक्रम के साथ दो शतकीय साझेदारियां की। इस मुकाबले के दौरान पहली बार किसी विश्व कप मैच में चार शतक लगे।
श्रीलंकाई गेंदबाजों ने किया खराब प्रदर्शन
श्रीलंका को इस मैच में दिशाहीन गेंदबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा। टीम ने वाइड पर 25 रन दिए और कई कैच भी टपकाए। इससे उसे लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा।