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Sports Science:  खेल विज्ञान मंथन से निकलेंगे मेडलिस्ट : विशेषज्ञ

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Conference on Sports Science: भारत खेल के क्षेत्र में चौतरफा विकास कर रहा है। दिन-प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद देश को खेल के क्षेत्र में वैश्विक महाशक्ति बनाने में रुचि ले रहे हैं। यही कारण है कि देश में खेल को लेकर एक सकारात्मक माहौल बन रहा है। ये बातें स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने गुरुवार को खेल विज्ञान (Sports Science) पर आधारित एक कार्यक्रम में कही।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन संस्था फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) केंद्रीय खेल मंत्रालय के सहयोग से खेल विज्ञान (Sports Science) पर राष्ट्रीय स्तर की 7वीं कॉन्फ्रेंस स्पोर्ट्स इंडिया 2023 (7th Conference on sports Science, Sports India 2023) का आयोजन कर रहा है। कॉन्फ्रेंस के दौरान ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन कैसे बेहतर हो इस पर खेल वैज्ञानिको ने मंथन किया। अमृत काल में खेलों के क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाएं और उसके प्रभाव पर भी विशेषज्ञ द्वारा चर्चा की गई ।

खेल विज्ञान (Sports Science) अहम विषय : अग्रवाल

विशिष्ठ अतिथि डॉ. अनिल अग्रवाल ने युवाओं के लिए खेल के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा की हमारा देश विश्व का सबसे युवा देश है। इस तरह की कॉन्फ्रेंस (Sports Science) से युवाओं को खेल में करिअर बनाने की भी प्रेरणा मिलती है। खिलाड़ियों के लिए खेल विज्ञान एक महत्वपूर्ण विषय है।

परफॉर्मेंस के लिए खेल विज्ञान जरूरी : कुणाल

खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल ने कांफ्रेंस को खेल और खिलाड़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा की खेल विज्ञान विषय (Sports Science) खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है। विगत कुछ वर्षो में देश में खेल विज्ञान के क्षेत्र में खेल मंत्रालय के द्वारा कई नए कदम उठाए हैं। इस विषय पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा रहा है। देश भर में स्पोर्ट्स साइंस के नए-नए कोर्स से चालू किए गए हैं।

कई विशिष्ट ने रखी राय

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, युवा एवं खेल मामले मंत्रालय में संयुक्त सचिव कुणाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। साथ ही विशेष अतिथि के रूप में एसजीएसयू गुजरात के वाइस चांसलर डॉक्टर अर्जुन सिंह राणा, द्रोणाचार्य अवार्डी डॉ. अजय बंसल,  मानव रचना अन्तराष्ट्रीय विश्विद्यालय के प्रो वीसी डॉ. जी एल खन्ना, वाइस प्रेसिडेंट एमवे इंडिया के रजत बनर्जी, पेफी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. ए के उप्पल उपस्थित रहें।

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