Solar Eclipse 2024 : नववर्ष की शुरुआत हो चुकी है। बीते साल में तकनीक से जुड़े कई बड़े काम हुए। साथ ही स्पेस के रहस्यों को उजागर करने के लिए भी वैज्ञानिकों ने कई नए मिशन सफलता से लॉन्च किए। भारत ने चंद्रयान-3 की सफलता से दुनियाभर को चकित किया। हमने आदित्य एल-1 के माध्यम से सूरज के रहस्यों को तलाशने के अभियान की भी शुरुआत की। इस लिहाज से 2024 भी काफी खास होने वाला है। विज्ञान के नजरिये से देखें तो इस साल दो सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) और दो चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2024) दिखाई देंगे।
क्या होता है सूर्य और चंद्र ग्रहण?
सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) तब लगता है जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है। ऐसे में सूर्य कुछ समय के लिए चंद्रमा के पीछे ढक जाता है और सूर्य का प्रभावित हिस्सा नजर नहीं आता। ऐसी स्थिति को सूर्य ग्रण कहा जाता है।
इसी तरह से चंद्र ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा इसी तरह के क्रम में एक सीध में हों।
साल 2024 में कब लगेगा पहला सूर्य ग्रहण?
साल 2024 में लगने जा रहा पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) अप्रैल में दिखाई देगा। अब सवाल है कि क्या यह भारत में दिखाई देगा? क्या ग्रहण के दौरान लगने वाले सूतक काल का पालन हमें भी करना होगा। तो आपको बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) के अनुसार, साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा और दक्षिण प्रशांत महासागर के ऊपर से शुरू होकर मैक्सिको, अमेरिका (USA) और कनाडा से गुजरते हुए जाएगा।
कुछ देशों में आंशिक सूर्य ग्रहण नजर आएगा। इनमें कोस्टा रिका, क्यूबा, अरूबा, केमैन द्वीप, डोमिनिका, फ्रेंच पोलिनेशिया और जमैका शामिल हैं।
8 अप्रैल को कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण?
सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) के समय की बात करें तो 8 अप्रैल को लगने जा रहे सूर्य ग्रहण की शुरुआत 3:42 pm (UTC) पर होगी। उस समय भारत में रात के 9 बजकर 12 मिनट होंगे। ग्रहण शाम 4:36 pm (UTC) बजे खत्म हो जाएगा। तब भारत में रात के 10:06 बज रहे होंगे।
क्या भारत में दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण?
सूर्य ग्रहण का जो समय है, उससे साफ है कि ग्रहण के दौरान भारत में रात का वक्त होगा। यानी सूर्यास्त हो चुका होगा। जिन देशों में सूर्य ग्रहण दिखाई देगा, भारत उनमें शामिल नहीं है। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं लगने की वजह से हमारे यहां सूतक काल भी प्रभावी नहीं होगा।