बाराबंकी जिले में धर्म परिवर्तन के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि इन लोगों पर आरोप है कि वे झाड़-फूंक के नाम पर लोगों का इलाज करने का दावा कर रहे थे और उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहे थे। मामला जिले के गौतमन पुरवा गांव का है, जहां एक दलित परिवार को पिछले कुछ महीनों से बाइबल पढ़ने और ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
सहायक पुलिस अधीक्षक अखिलेश नारायण ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग अवैध धर्मांतरण गतिविधियों में संलिप्त हैं और स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस टीम गांव पहुंची और देखा कि मुन्नी लाल रावत के घर पर प्रार्थना सभा हो रही थी। आरोप है कि इस सभा में कुछ लोग मौजूद ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रहे थे।
पुलिस ने परशुराम, गोकर्ण, मुन्नीलाल, मंजू, बबलू, विद्यावती, शिवांशी और अन्य दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से बाइबल, धार्मिक साहित्य, संगीत वाद्ययंत्र, मिठाइयां और बच्चों के लिए उपहार बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि इन चीजों का उपयोग लोगों को लुभाने और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करने में किया जा रहा था।
पुलिस का दावा है कि आरोपी लोग ग्रामीणों का इलाज करने का वादा करते थे और उन्हें बीमारी से ठीक करने के बहाने ईसाई धर्म की ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे थे। इन लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है।